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मंत्र यंत्र और तंत्र
अंग
मंत्र अधिकार
(सः) को रखें। अंग-ह्रयां हयीं यूँ हयै हयौं हयः ।
विधि : इस मंत्र को एक लाख जप से सिद्ध करके धान की खील और त्रिमधुर से एक सहस्त्र हवन करें तो सुख से खजाने को खोद लें।
(4) पृथ्वी दायक मंत्र : ओं नमो भगवत्यै धरण्यै धरणीधरे ठः ठः । विधि: इस पृथ्वी मंत्र का तीन लाख जप करके घी और नैवेद्य का हवन करने से पृथ्वी की प्राप्ति होती है। उत्तम फलों से हवन करें तो बड़ी भारी लक्ष्मी की प्राप्ति होती है । त्रिमधुर होम से पुष्टि होती हैं।
( 5 ) निधि दर्शन मन्त्र - ॐ ह्रीं धरणेन्द्र पार्श्वनाथाय नमः निधि दर्शनं कुरु कुरु स्वाहा । विधि - नेत्र बन्द करके इस मंत्र के सवा लाख जाप करें। तत्पश्चात् मन्त्र बोलते हुए हाथों से नेत्रों को स्पर्श करें, तो भू - गर्भ में छिपी हुई निधि (दौलत) दिखेगी। ( 119 ) खोया धन व प्राणी प्राप्ति मंत्र
(1 ) खोये-धनादि लाभ मंत्र - ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं ब्लूं अर्हं नमः । विधि-१०८ बार जपने से खोई हुई सम्पत्ति धनादि का लाभ होता है ।
( 2 ) खोया धन व प्राणी प्राप्ति मंत्र : बन्दु सहित दन्त (दं) देवी (फ) मेद (व) पूर्वि (श) मल (य) पुरू (अं) पृथु (ग) विभ (ज) “हूं हूं वौ' यह सूर्य मंत्र है।
"श्री वसुले लेखा ठः ठः ।
इस मंत्र को सूर्य की ओर मुख करके जपने से साधक खोये हुए पुरूष, स्त्री या द्रव्य को पुनः पा लेता हैं।
विधि
मुनि प्रार्थना सागर
(120) अन्य फुटकर मंत्र
(1) घर में अन्य पुरुष नहीं आय- ॐ मिली मिली ठं ठः स्वाहा ।
विधि- ज्येष्ठा नक्षत्र में हिंगोष्ट की लकड़ी एक अंगुल की सात बार मंत्रित करके जिस वैश्य के घर में डाल देवें तो उस वैश्य के घर में अन्य पुरुष प्रवेश नहीं करेगा ।
( 2 ) घर के लोग सो जाते मंत्र - ॐ भ्रम भ्रमकेशि भ्रमकेशि भ्रम माते भ्रम विभ्रम विभ्रम मुहय मुहय मोहय मोहय स्वाहा ।
विधि- जमीन पर न गिरे सरसों के दानों को मंत्रित कर चौखट पर डालने से घर के लोग सो जाते हैं।
(3) जुआ में जीत मंत्र - ॐ प्रांजलि महातेजे स्वाहा ।
विधि - मंत्र को गौरोचन से लिखकर भोजपत्र को मस्तक पर धारण करने से जुआ में जीत होती है।
( 4 ) अदृश्य होने का मंत्र - ॐ रुधिर मालिन स्वाहा ।
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