________________
मंत्र अधिकार
मंत्र यंत्र और तंत्र
मुनि प्रार्थना सागर
ई ई ओं जिणणाए मा इइ अहि हवंतु ओं ह्रीं क्षां क्षीं हूं क्षौं क्षः स्वाहा। विधि : मोगर चमेली या श्वेत गुलाब के फूल को उक्त मंत्र से १०८ बार मंत्रित करके
राज्याधिकारी पुरुष को सुंघाने से वह अपराध क्षमा कर देता है। क्रोध मुक्ति मंत्र - ॐ शान्ते प्रशान्ते सर्व क्रोधोपशमनी स्वाहा। विधि - प्रतिदिन एक माला जपने से आवेश (क्रोध) पर नियन्त्रण रहता है।
(74) गृह क्लेश निवारण मंत्र (30) गृह क्लेश निवारण मंत्र- ॐ ऐं ह्रीं झों झों सुविहिं च पुष्फदंत सीयलं सिझं
सेयवासुपुजं च विमल मणंतं च धम्म संति च वंदामि कुंथु अरं च मल्लिं वंदे
मुणि सुव्वयं (च) स्वाहा। विधि- इस मंत्र का विधि पूर्वक सवा लाख जप करने से आपस के झगड़े और गृह क्लेश
शान्त होते हैं। वैरभाव नष्ट होता है। फिर एक माला नित्य फेरने से साधु संघ मे एवं गृहस्थ में मन मुटाव दूर होता है। सम्पत्ति वान होता है।
(75) लड़की ससुराल रहे मंत्र (9) लड़की ससुराल रहे मंत्र- ॐ नमों भोगराज भयंकर परिभूय उत उधरई जोई जोई
देखै मारकर तासो सो दिखै पाव परंता ॐ नमो ठः ठः स्वाहा। विधि- सांभर नमक की १०८ कांकरी अभिमंत्रित कर खिलाएं तो लड़की ससुराल रहे। रूठ कर नहीं आवे।
(76) सामने वाला सत्य बोले (70) सामने वाला सत्य बोले-ॐ ह्रीं सः सूर्याय असत्यं सत्य वद-वद स्वाहा। विधि - इस मंत्र को पढ़कर जिसके मस्तक पर हाथ रखे वह सत्य बोलने लगा जाय इसमें कोई सन्देह नहीं।
(77) झूठे को सत्य करें मंत्र (1) झूठे को सत्य करें मंत्र- ॐ ह्रीं स सूर्याय असत्यं सत्यं वद वद स्वाह। विधि- इस मंत्र को २१ बार स्मरण करके सिर पर हाथ धरें, फिर आग में प्रवेश करें तो
आग में नहीं जलता। यह झूठे को सत्य कहलाने वाला है। झूठा व्यक्ति आए संकल्प लेकर आग में जाये तो भी जलेगा नहीं।
(78) बंदी मोक्ष मंत्र (1) बंदीमोक्ष मंत्र-ॐ णमो अरिहंताणं, ॐ णमो सिद्धाणं, ॐ णमो आइरियाणं, ॐ
णमो उवज्झायाणां, ॐ णमो लोए सव्व साहूणं हिलि-२, कुलु-२, चुलु-२,
163