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________________ मंत्र यंत्र और तंत्र (2) रोजगार मिले मंत्र - ॐ आशा । मंत्र अधिकार सौभाग्य करी शत्रु क्षय करी स्वाहा । विधि- अगर तगर, कृष्णासागर, चन्दन, कर्पूर, देवदारू इन - २ चीजों का चूर्ण कर इस मंत्र का १०८ बार जाप करें और १०८ बार मंत्र की आहुति देवें तो तुरन्त ही रोजगार मिले चाहे व्यापार चाहे नौकरी । नमो नगन कीटि आवीर हूँ पूरों तोरी आशा तूं पूरो मोरी विधि - भुने हुए चावल १ सेर, शक्कर १ पाव, घी आधा पाव, इन्हें एकत्र करके रखना फिर जहाँ चींटियों का बिल है, प्रातः काल वहां जाकर मंत्र पढ़ता जाय और एकत्र करी चीजों को थोड़ी-थोड़ी चींटियों के बिल पर डालता जाय । ४० बार ऐसा करने पर रोजगार मिलता है। ( 3 ) रोजगार के लिये - ॐ ह्रीं अर्थ वर्ग सिद्धि साधन करण समर्थाय श्री शान्तिनाथाय नमः । विधि - त्रिकाल जाप करें अवश्य सफलता मिलती है। (४) नौकरी प्राप्ति मंत्र हारिणी श्रीं श्रीं ॐ विधि - शनिवार के दिन मुनि प्रार्थना सागर - ॐ नमः भगवती पद्मावती ऋद्धि-सिद्धिदायिनी दुख दारिद्रय नमः कामाक्षाय ह्रीं ह्रीं फट् स्वाहा। मुनिसुव्रतनाथ भगवान की पूजा करने के बाद उपरोक्त मंत्र की 10 माला जाप करें तो मंत्र सिद्ध हो जाता है । फिर जब नौकरी ढूँढने जाये तो 11 बार मंत्र का जाप करें और किसी सन्त महात्मा को दान दें अथवा किसी दुखी व्यक्ति की यथा शक्ति सहायता करें तो निश्चित ही नौकरी प्राप्त होती है। (5) पदोन्नति मंत्र : ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं घण्टाकर्णे ठः ठः ठः स्वाहा । विधि - प्रतिदिन १०८ बार पढ़ें । ( 23 ) सर्वरक्षा मंत्र ( 1 ) सर्वरक्षा मंत्र : ॐ क्षां क्षीं क्षं क्षं क्षैक्षों क्षौं क्षं क्षः नमोऽर्हतेसर्वरक्ष रक्ष हूँ फट् स्वाहा। विधि - प्रतिदिन १०८ बार जाप करें। ( 2 ) सर्वरक्षा मंत्र नमस्कारः ॐ णमो अरहंताणं, ॐ णमो सिद्धाणं, ॐ णमो आइरियाणं, ॐ णमो उवज्झायाणं, ॐ णमो लोए सव्वसाहूणं, एसो पंच णमुक्कारो सव्व पावप्पणासणो, मंगलाणं च सव्वेसिं पढमं होई मंगलं, ॐ ह्रीं हूँ फट् । विधि - इस मंत्र का स्मरण प्रत्येक कार्य में सुखप्रद है । नित्यप्रति खूब ध्यानपूर्वक इसका जाप करना चाहिए। यह सर्वथा आनन्दायक महामंत्र है। ( 3 ) आत्मरक्षा मंत्र - ॐ क्षिप ॐ स्वाहा । विधि- प्रतिदिन १०८ बार जाप करें। 113
SR No.009369
Book TitleMantra Adhikar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPrarthanasagar
PublisherPrarthanasagar Foundation
Publication Year2011
Total Pages165
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size1 MB
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