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________________ १४. १७ पास श्रीदवेकालिकमो. भवन्ति तेन साधयः उच्यन्त इति, साधुविशेषणानां मधुकारसमादीनां व्याख्या तु यथापूर्वमेवेति वयमिति विमावयन्तु विद्वांसः । मधुकरसमा असंशिनोऽपि भवन्ति अतस्तद्वयवच्छेदार्थमाह 'युद्धा' इति, मधुकरसमा युद्धाय मतिमाधारिमभृतयः संयताऽसंयता अपि भवन्ति. तद्वयात्तये 'अणिस्सिया' इति । मधुकरसाम्यं च साधूनां न सादेशिकं किन्तु चन्द्रमुखादिवदेकदेशिकमेवेत्यतो यश मधुकरसाहक्ष्याभावस्तद्रोधनार्थमाह-' नाणापिडरया देता' इति, भ्रमरा हि मुगन्धिभ्य एव कुसमेभ्यः स्वाधमेव च रसमादत्ते न च भारेके समान असंजी भी होते हैं अतः युद्ध (कर्तव्याकर्तव्य विवेकसे युक्त) पद दिया है। प्रतिमा (पडिमा) धारी श्रावक (संयतासंयत) भी भौरेके समान और युद्ध होते हैं इसलिए 'अणिस्सिया' पद दिया है, जैसा कि पहले कहा जा चुका है भारेका उदाहरण एकदेशीय है, कोई कहता है कि 'इसका मुख, चन्द्रमाके समान है तो मुखमें चन्द्रमाक सब गुण नहीं पाये जाते, अर्थात् कुछ गुण सदृश होते हैं कुछ विसदृश होते ह, भौरेका उदाहरण भी कुछ अंशोमें मिलता कुछ.अंशोमें नहीं मिलता है। जिस अंशमें नहीं मिलता है वह सूत्रकारने 'नाणापिड रया' और 'दता' विशेपणोंसे प्रगट किया है। भ्रमर, केवल कुसुमकि स्वादिष्ट रसको ही पीता है इसलिए यह दान्त (इन्द्रियोंकोजीतनेवाला) नहीं है, इस दृष्टान्तसे दान्तिकको विसदृशता है। ભ્રમની પિઠે અસંસી પણ હોય છે, તેથી બુદ્ધ (કર્તવ્યા-કર્તવ્ય-વિવેકથી युत) ५६ मा छे. प्रतिभा (परिभा) धारी श्राप (संयतासंयत) ५ प्रभरानी समान भने मुद्धाय छ, तेथी अणिस्सिया पहायु . પહેલાં કહેવામાં આવ્યું છે કે ભ્રમરનું ઉદાહરણ એક-દેશીય છે. કઈ કહે છે કે-એનું મુખ ચંદ્રમા જેવું છે. પણ મુખમાં ચંદ્રમાના બધા ગુણ હાતા નથી અથતુ કાંઇ ગુણ સમાન હોય છે, કાંઈ અસમાન હોય છે. ભ્રમનું ઉદાહરણ પણ કાંઈ અશમાં મળતું છે, કઈ અંશમાં અણુમળતું છે. જે અંશમાં ममतु छे ते सूत्रारे नाणापिंडरया मने दंता विशेषणाथी भट यु छे. -ભ્રમર માત્ર કુસુમના સ્વાદિષ્ટ રસને જ પીએ છે, તેથી એ દાન્ત (ઈન્દ્રિયને જીતનાર) નથી. આ દૃષ્ટાંતથી દાર્શનિકની અસમાનતા છે.
SR No.009362
Book TitleDashvaikalika Sutram Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGhasilal Maharaj
PublisherA B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
Publication Year1957
Total Pages725
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_dashvaikalik
File Size21 MB
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