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सुमतिनाथ प्रभोः चरित्रम् ।
कल्पसूत्रे
नायक गणधर चमरजी, अग्रणी साध्वी काश्यपी, प्रव्रज्या समय एक लाख पूर्व गणधर .. सशब्दार्थे ।
संख्या एक सौ साधु संख्या तीन लाख बीस हजार, साध्वी संख्या ५ लाख तीस ॥७९९॥ 1. हजार, श्रावक संख्या दो लाख ८१ एकासी हजार,श्राविका संख्या ५ पांच लाख १६
सोलह हजार, साधु केवली १३ तेरह हजार, साध्वी केवली २६ छवीस हजार अवधि ज्ञानी ११ ग्यारह हजार, मनःपर्यायी १० दस हजार वैक्रियलब्धिधारीकी संख्या १८४००
अठारह हजार चारसौ, वादी संख्या १०६५०. शासनकाल ९० नव्वे हजार करोड साग। रोपम. कितना पाट मोक्ष में गया असंख्याता. शासनदेव तुंबरू शासन देवी महाकाली ॥५॥
पउमप्पह तित्थयरस्स चरित्तं मूलमू-धायइसंडे पुव्वविदेहे वच्छ विजयम्मि सुसीमा नाम णयरी होत्था, .तत्थ अपराजिओ नाम सूरो वीरो राया रज्जं कासी। सव्वा पजा सुह
॥७८७॥