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________________ ३४ सागारियस वोडयसाला साधारणवक्कयपत्ता तम्हा दावए नो से कप्पड़ पडिगाद्दित्तए ||२७| सागारियस्स वडयाला निस्साहारणवक्कय पउत्ता तम्हा दावए एवं से कप्पड़ पडिगाहिए ||२८|| सागारियस गंधियसाला साहारणवक्कयपउत्ता तम्हा दावए नो से कप्पड़ पडिगाद्दित्तए ||२९|| सागर गंधियसाला निस्साहारणचक्कयपरत्ता तम्हा दावए एवं से कपड़ परिगाहित्य ||३०|| सागारियस्स सौंडियसाला साहारणवक्कयपरत्ता तम्हा दावए नो से कप्पड पडिगाहित्तय ॥३१॥ सागारियस्स सोंडियसाला निस्साहारणवक्कयपरत्ता तम्हा दावए एवं से कप्पड़ पडिगाहित्तए |३२|| सागारिस्स ओसहीओ संथडाओ तम्हा दावर नो से कप्पड़ पडिगाहित्तए ||३३|| सागारियस्स ओसहीओ असंथडाओ तम्हा दावए एवं से कप्पड़ पडिगाहित्तए || मागारियस अफला संथडा तम्हा दावए नो से कप्पड पडिगाहित्तए ||३५|| सागारियस्स अंबफला असंथडा तम्हा दावए एवं से कप्पड़ पडिगाहित्तए || ३६ || सत्तसत्तमिया णं भिक्खुपडिमा एगूणपन्नाए राईटिएहिं एगेण छन्नउएणं भिक्खाणं अहा अहाकप्पं अहामग्गं अहातच्चं सम्मं कारण फासिया पालिया सोहिया तीरिया किट्टिया आणाए अणुपालिया भवः ||३७|| अमिया णं भिक्खुपडिमा चउसट्ठीए राईदिएहिं दोहि य अट्ठासी एर्हि भिक्खाएहिं अहामुतं अहाकप्पं अहामग्गं अहातच्चं सम्मं कारणं फासिया पालिया सोहिया तीरिया किहिया आणाए अणुपालिया भवइ ||३८|| नवनवमिया णं भिक्खुपडिमा एगासीए राईदिएहि चउद्दि य पंचुत्तरेहिं भिक्खाएहिं असतं अहाकप्पं अहामग्गं अहातच्चं सम्मं कारणं फासिया पालिया सोहिया तोरिया किट्टिया आणाए अणुवालिया भवइ ॥ ३९ ॥ ॥ दसदसमिया णं भिक्खुपडिमा एगेणं राउंदियसएणं अद्धछट्ठेद्दि य भिक्खास एहिं अहासुत्तं अहाकप्प अहामग्ग अहातच्च सम्मं कारणं फासिया पालिया सोहिया तीरिया कट्टिया आणाए अणुपालिया भव ||४०|| दो पडिमाओ पन्नत्तओ तंजहा - खुड्डिया वा मोयपडिमा १, महल्लिया वा मोयपडिमा २ | खुड्डियण्णं मोयपडिमं पडित्रन्नस्स अणगारस्स कप्पड पढमसरयकालसमयंसि वा चरम निदाहकालसमसि वा बहिया ठावियव्वा गामस्स वा जाव रायहाणीए वा वर्णसि
SR No.009358
Book TitleVyavaharasutram evam Bruhatkalpsutram
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGhasilal Maharaj
PublisherA B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
Publication Year1969
Total Pages536
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari, agam_bruhatkalpa, & agam_vyavahara
File Size32 MB
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