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औपपातिक
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नतप्रधाना -त-सयम
प्पहाणा गुणप्पहाणा करण पहाणा चरण पहाणा णिग्गहप्पहाणा निच्छय पहाणा अजव पहाणा मद्दवप्पहाणा लाघवप्पहाणा धारणस्य- आगा जीविताऽऽगा, मरणस्य भयन्त्राम, एताभ्या विमुक्ता, वयपहाणा प्रधानम् - उत्तम-शास्यातिभियुकाऽपेक्षया निर्मथवाद येषा ते नतप्रधाना, अथवा व्रतेन -सयमेन प्रधाना श्रेटा -निर्म श्रमणा इत्यर्थ । ते च न केवल व्यवहारत एव इत्यत आह-' गुणप्पहाणा ' गुणप्रधाना गुणा कारुण्यादय, यथोक्त 'परोपकारैकरतिर्निरीहता, विनीतता सत्यमनुयचित्तता । श्रुते विनोटोऽनुदिन न सीनता, गुणा इमे सत्त्ववता स्वभावजा । इति एतैर्गुणै प्रधाना । ' करणष्पहाणा' करणप्रधाना - करण किया, तच्चेह पिण्डनिशुद्ध्यादिरूप, तेन प्रधाना, अथवा करण - पिण्डविशुयादिरूप प्रधान येषा ते करणप्रधाना, 'चरणप्पहाणा' चरणप्रधाना चरण महाव्रतादिमूलगुगरूप तप्रधाना, 'णिग्गहाणा' निग्रह प्रधाना -इन्द्रियनोइद्रियदमनप्रधाना, 'निच्छयप्पहाणा' निश्रयप्रधाना - निश्चय तत्त्वनिर्णय, तन प्रधाना, अथवा अब श्यकरणीयासु मयमक्रियासु निश्चितचित्ता, 'अजय पहाणा' आर्जनप्रधाना - आर्जव - मायाराहित्य तत्प्रधाना, कर्पूरवन्तहिर्निर्मला, ' मदप्पहाणा ' मार्दवप्रधाना -मार्दव-मानो भयसे जो सर्वथा विप्रमुक्त थे । ( वयप्पहाणा ) व्रतपालन करनेके कारण प्रधान थे, (गुणपहाणा) क्षान्त्यादि गुगों से प्रधान थे, ( करणष्पहाणा ) पिण्डविशुद्रयादि रूप मुनियोंकी नियामे प्रधान थे, (चरणप्पहाणा ) महात्रत आदि मूल गुणोंसे प्रधान थे, (णिग्गहप्पहाणा) इन्द्रिय, नोइद्रिय (मनके) दमन करनमे प्रधान थे, ( णिच्उयप्पहाणा) तत्त्वनिर्णय तथा अवश्यकरणीय सयम कियाम प्रधान थे। (अज्जवप्पहाणा ) सरलतामे प्रधान थे, अर्थात् कपूर के तुल्य अन्तर नहर निर्मल थे। ( मदवपहाणा ) मानके उदयका निरोध करनेवाले
सीधा हता (जीवियास मरण भय-विप्पमुक्का) ववानी भाशा तेभन भरगुना लयथी नेगो सर्वथा मुक्त उता ( वयापहाणा ) व्रतपासून श्वाना जर प्रधान हुता, ( गुणप्पहाणा ) क्षान्ति याहि शुलोथी प्रधान ( मुच्य ) हुता, ( करणापहाणा ) चिडविशुद्धि-माहि३य भुनियोनी डियामा प्रधान हता, (चरण पहाणा ) भहानत याहि भूतगुणोथी प्रधान हता, ( निगहप्पहाणा ) ઈન્દ્રિય નાઈદ્રિયનુ हभन उखाभा प्रधान हुता, ( णिच्छयप्पहाणा ) तत्त्व નિર્ણય તથા અવશ્ય કરવાની ઞયમક્રિયામા પ્રધાન હતા ( अज्जन पहाणा ) સરલતામા પ્રધાન હતા, અર્થાત્ કપૂરની પેઠે અતર બહારથી નિ`ળ હતા, (मद्दवापहाणा) भानना यनेो निरोध उखावाजा अधात् लत्याहि आह अन