SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 388
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ३७० प्रथापनास्त्रे असंखेज्जगुणाई, पत्थिमेणं विसेसाहियाई, दाहिणणं विसे. साहियाई, उत्तरेणं विसेसाहिथाई ॥सू० ३८॥ छाया-क्षेत्रानुपातेन सस्तोकाः पुद्गलाबैलोक्ये, अलोकतिर्यग्लोके अनन्तगुणाः, अधोलोकतिर्यग्लोके विशेषाधिकाः, तिर्यग्लोके असंख्येयगुणाः, ऊर्बलोके असंख्येयगुणाः, अधोलोके विरोपाधिकाः, दिगनुपातेन सर्वस्तोकाः पुद्गलाः अर्धदिशि, अधोलोके विशेषाधिकाः, उत्तरपौरस्त्येन दक्षिणपश्चिमेन च द्वयेऽपि तुल्याः असंख्येयगुणाः, दक्षिणपौरस्त्येन उत्तरपश्चिमेन च द्वयेऽपि . गुगलबार काव्यता शब्दार्थ-(खेत्ताणुवाएणं) क्षेत्र के अनुसार (सम्वत्थोवा पोग्गला तेलोक्के) सब से कम पुद्गल त्रिलोक में हैं (उडलोयतिरियलोए अणतगुणा) ऊर्ध्वलोक-तिर्यक्लोक में अनन्तगुणा हैं (अहोलोयतिरियलोए विसेसाहिया) अधोलोक-तिर्यक्लोक में विशेषाधिक हैं (निरियलोए असंखेज्जगुणा) तिर्थक्लोक में असंख्यातगुणा हैं (उडुलोए असंखिज्जगुणा) अवलोक में असंख्यातगुणा है (अहोलोए विसेसाहिया) अधोलोक मे विशेषाधिक हैं। (दिसाणुवाएणं) दिशाओं के अनुसार (सव्वत्थोवा पोग्गला उड़दिसाए) सब से कल पुद्गल अवदिशा में हैं (अहोदिसाप विसेसाहिया) अधोदिशा में विशेषाधिक हैं (उत्तरपुरच्छिमेणं दाहिणपचत्थिमेणं य दोवि तुल्ला) उत्तर-पूर्व तथा दक्षिण-पश्चिम दोनों में तुल्य हैं (असंखिज्जगुणा) असंख्यातगुणा हैं (दाहिण पुरच्छिसेण उत्तरपञ्च પુદ્ગલ દ્વારનું કથન शहाथ-(खेत्ताणुवाएणं) क्षेत्रना अनुसार (सब्बत्योवा पोग्गला तेलोक्के) सौथी माछा पुगसो त्रिदोभा छे, (उडूढलोयतिरियलोए अणंतगणा) Buals म तिय सीमा मन तगए। छे, (अहोलोयतिरियलोए विसेसाहिया) गधोखो तियोभा विशेषाधि छे. (तिरियलोए अस खेज्जगुणा) तियसोभा अस - ध्यात ॥ छ, (उड्ढलोए अस खिजगुणा) मा २५२ च्यातमा छ, (अहोलोए विसेसाहिया) मधासोमा विशेषाधि छे. (दिसाणुवाएण) हिशायनी अनुसार (सव्वत्थोवा पोग्गला उड्ढ दिसाए) सौथी मेछ। पुस Seशामा छ.. (अहोदिसाए विसेसाहिया) मधीहिशामा विशेषाथि छे. (उत्तरपुरच्छिमेणं दाहिणपच्चस्थिमेणं य दो वि तुल्ला) उत्तर पूर्व तथा दक्षिण पश्चिम ये मन्नेमा तुक्ष्य छ, मने (असंखिज्जगुणा) यस च्यात छे. (दाहिणपुरथिमेणं उत्तरपच्चत्थिमेण य दो वि तुल्ला विसे
SR No.009339
Book TitlePragnapanasutram Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGhasilal Maharaj
PublisherA B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
Publication Year1975
Total Pages1196
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_pragyapana
File Size80 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy