SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 3
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ विषय १ मङ्गलाचरण | २ शास्त्रोपोदघात | ३ चम्पानगरी-वर्णन | ४ पूर्णभद्रचैत्य-वर्णन । ५ वनपण्ड-वर्णन | विषयानुक्रमणिका **** 3031 ... ६ वृक्ष-वर्णन | ७ अशोकवृक्ष-वर्णन | ८ तिलकादिवृक्ष-वर्णन । ९ पद्मलता - आदिका वर्णन.... १० पृथ्वीशिलापट्टक वर्णन ११ कूणिक राजाका वर्णन । १२ धारिणी देवीका वर्णन | १३ भगवान के विहार आदि समाचार लाने के लिये नियुक्तप्रवृत्तित्र्यात - पुरुष और उसके अधीन पुरुषोंका वर्णन । १४ उपस्थान शाला में स्थित राजा क्रूणिक का वर्णन । १५ भगवान महावीर स्वामी का वर्णन ।.... १६ भगवान के आगमन के समाचार को जान कर प्रवृत्तिव्यापृत का राजा कूणिक के समीप जाना और उपनगर ग्राम में भगवान के आगमन वृत्तान्त का निवेदन करना । ... ... ... १९ पूर्णभद्र - उद्यान में भगवान का आगमन । २० भगवान के अन्तेवासियों (शिष्यों) का वर्णन | ... .... **** १७ भगवान का आगमन वृत्तान्त सुन कर कूणिक राजा को हर्प होना, और अपने राजचिह्नों को छोड़ कर, भगवान की तरफ मुँह कर, दोनों हाथ जोड कर सिद्धों को और भगवान महावीर स्वामी को 'नमोत्थु णं' देना, और कूणिक राजा द्वारा प्रवृत्तिव्यापृत का सत्कार । १८ पूर्णभद्र - उद्यान में भगवान के पधारने का वृत्तान्त निवेदन करने के लिये प्रवृत्तिव्यापृत को कूणिक की आज्ञा । ... ¡ ... 98. .... पृष्ठ **** १ - ३ ३-४ ४-१९ २०-२६ २६-२८ २९-४१ ३९-४१ ४२-४४ ४४-४५ ४५-४९ ४९-५८ ५८-६२ ६३-६५ ६५- ६७ ६८-१०४ १०५ - ११० १३८ .... १३९ - १४१ १४२-२०३ १११-१३७
SR No.009334
Book TitleAuppatiksutram
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGhasilal Maharaj
PublisherA B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
Publication Year1959
Total Pages868
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_aupapatik
File Size26 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy