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________________ ६७ प्रथमअचरमसमय कृत्युग्म कृतयुग्म एकेन्द्रिय ___ जीव के उत्पत्ति का निरूपण ५६४-५६५ चरमचरण, एवं चरम अबरमतपय कृतयुग्म्य कृतयुग्म एकेन्द्रिय जी के उत्पतिमा निरूपण ५६६-५६९', दूसरा एलेन्द्रियमहायुमार कृष्णलेश्यावाले कृतयुग्म कृतयुग्म एकेन्द्रिय जीवों के उत्पत्ति का निरूपण ५७०-५७४ ७. प्रथमसमय कृष्णलेश्चाबाले कृतयुग्म कृतयुग्म - जीवों के उत्पत्ति का निरूपण ५७४-५७८ तीसरा एकेन्द्रिय महायुगा शतक ७१ नीललेयायुक्त कृतयुग्म कृपयुज एकोन्द्रिय जोगों के उत्पत्ति का निरूपण ५७९-५८० चतुर्थ एकेन्द्रिय महायुग्म शनक ७२ कापोतलेश्यायुक्त कृतयुग कृत्युष एकेन्द्रिय जीवों के उत्पत्ति का निरूपण . ५८१- । ५ से १२ पर्यन्खो एकेन्द्रिय कारक ७३ भवसिद्धिक कम्युग्म कृतयुग एजेन्द्रिय जीनों उत्पत्ति का निरूपण ५८२-५८५ ७४ कृष्णलेश्यानाले स्वसिद्धिक कलयुमन कुरुयुग्म एकेन्द्रिय जीवों की उत्पत्ति का निरूपण ५८६ ७५. " नीललेश्य भासिद्धिक कृत्युग्म कृतयुग्म एकेन्द्रिय जीतों की उत्पत्ति निरूपण ५८७ ७६ कापोदलेश्गाबाले भनिद्विका कालका कृतयुगग एकेन्द्रिों की उत्पति का निरूपण ५८८-५८९ ७७ अभवसिद्धिवाले के श क का करन ५८९-५९० छत्तीसवे शतक में प्रथा द्वीन्द्रिय महायुग्म शत के प्रथम उद्देशक
SR No.009327
Book TitleBhagwati Sutra Part 17
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGhasilal Maharaj
PublisherA B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
Publication Year1972
Total Pages812
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_bhagwati
File Size54 MB
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