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________________ दसवां संज्ञिनहायुम शर ९७ नीललेश्यावाले कृतवत्यु संक्षिपञ्चेन्द्रिय जीवों के उत्तति का कथन ६७३-६७५ ११ ३ से १४ एयन्त के लिहायुगा शक ९८ भवसिद्धिक एनेकिन के सात शतकों का कथन ६७५-६७७ पन्द्रहवां संजिनहायुग्म शत ९९ अभवसिद्धिक कृतयुगकतयुग्म संक्षिपश्चेन्द्रिय । जीवों के उत्पत्ति का वाचन ६७८-६८४ दूसरा उद्देशक १०० मथमसमय अवसिद्धिक कृतयुग्मकृत्युग्म संहि पञ्चेन्द्रिय जीवों के उत्तर का कथन ६८५-६८७ सोलयां संज्ञिमहायुग्म शत १०१ कृष्णलेश्यावाले अमनसिद्धिक कृत्युग्मकृत्युग्म संक्षिपञ्चेन्द्रियों के उत्पत्ति का कथन ६८८-६९१ १७ से २१ पर्यन्त के महायुग्म शत १०२ नील, कापोत आदि छह लेश्यायुक्त ____ अभवसिद्धिों के उत्पति आदि का कथन ६९१-६९६ ४१ वां शतक का प्रथम उद्देशा १०३ राशियुग्म का निरूपण ६९७-७१७ दूसरा उदेशा १०४ राशियुग्म योजने पितों के उत्पाद का निरूपण ७१८-७२२ तीसरा उद्देशा १०५ राशियुग्म द्वापरयुगामिनाले नैरपिनो के उत्पाद का कथन ७२३-७२५ चौथा उद्देशा १०६ राशियुग्म सरोज नैवपिकों के उत्पाद का निरूपण ७२६-७२८
SR No.009327
Book TitleBhagwati Sutra Part 17
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGhasilal Maharaj
PublisherA B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
Publication Year1972
Total Pages812
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_bhagwati
File Size54 MB
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