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Mazaa222222222seesaecseesepar जैनाचार्य-जैनधर्मदिवाकर-पूज्यश्री-घासीलालजी-महाराज' विरचिनया प्रमेयचन्द्रिकाख्यया व्याख्यया समलङ्कतं हिन्दीगुर्जरभापाऽनुवादसहितम्
श्री-भवतीस्त्र BHAGAVATI SUTRAM
षष्टो भागः
नियोजकःसंस्कृत-प्राकृतज्ञ-जैनागमनिष्णात-प्रियव्याख्यानि
पण्डितमुनिश्री-कन्हैयालालजी-महाराजः
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प्रकाशक : राजकोटनिवासी - श्रेष्ठिश्री - शामजीभाई - वेलजीभाई वोराणी, तथा कडवीवाई-वीराणी-स्मारकट्रस्ट, तत्प्रदत्त-द्रव्यसाहाय्येन अ. भा. श्वे. स्था. जैनशास्त्रोद्धारसमितिप्रमुखः श्रेष्ठि-श्री शान्तिलाल-मङ्गलदासभाई महोदयः
राजकोट. प्रथमा-आवृत्ति : वीर संवत विक्रम संवत् इस्वीसन प्रति १२०० । २४९० २०२०
मा
१९६४
मूल्य रु. २५-०० Seeeeeeeeeeeeeeeeeeeeeeeeeeeeeee
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