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२००-२७७
२७८-३२६
३२७-३९०
चोथा अध्ययन का पहला उद्देशा १६ स्त्री परीपह का निरूपण
दूसरा उद्देशा १७ स्खलित साधु के कर्मवन्ध का निरूपण
पांचवां अध्ययन का पहला उद्देशा १८ दना का निरूपण
पांचवा अध्ययन का दूसरा उद्देशा १९ नारकीय वेदना का निरूपण
छट्ठा अध्ययन २० महावीर भगवान के गुणों का वर्णन
सातवां अध्ययन २१ कुशीलवालो के दोषों का कथन
आठवां अध्ययन २२ वीय के स्वरूप का निरूपण
३९१-४५२
४५३-५४७
५४८-६४३
६४४-७१४
समाप्त