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________________ ☆ ☆ णमो सिद्धाणं पद: समीक्षात्मक परिशीलन आगम के अनमोल रत्न श्री हस्तीमुनिजी म. मेवाड़ी धनराज घासीराम कोठारी, लक्ष्मी पुस्तक भंडार, गाँधी मार्ग, अहमदाबाद. आसन, प्राणायाम, मुद्रा, बंध स्वामी सत्यानंद सरस्वती बिहार योग विद्यालय, गंगा दर्शन, मुंगेर ( बिहार ). ★ आराधनानो मार्ग ☆ डॉ. हुकुमचंद भारिल्ल, पं. टोडरमल स्मारक ट्रस्ट, ए-४, बापूनगर, जयपुर-१५. ★ आगमदीप ( आगम-५, २४ ३९, ४०-४५ ) श्री भकरविजयजी गणिवर्य श्री महावीर तत्त्वज्ञान प्रचारक मंडल, वासुपूज्य स्वामी जिनालय, अंजार (कच्छ) वि.सं. २०३५ * आचार्य कुंदकुंद और उनके पंच परमागम मुनि दीपरत्नसागर, आगमदीप प्रकाशन, डॉ. पिनाकीन एन. शाह, २१ सुभाषनगर, गिरधरनगर, शाहीबाग, अहमदावाद. हरिकृष्णदास गोयनका गीताप्रेस गोरखपुर- २४३००४. ई.स. १९६८. ई.स. १९९७ आगम और त्रिपिटक एक अनुशीलन ( खंड-१, इतिहास और परंपरा ) मुनि श्री नगराजजी डी. लिट् कॉन्सैप्ट पब्लिशिंग कंपनी, संख्या १३, मालीनगर, नई दिल्ली. ★ आत्मानुशासन ए. एन. उपाध्येय गुलाबचन्द हीराचन्द दोशी, जैन संस्कृत संरक्षा संघ, फल्टन गली, शोलापुर. ★ ईशादि नौ उपनिषद् T ई.स. १९९२. 498 द्वितीयावृत्ति, इ.स. १९७७ द्वितीयावृत्ति, ई.सं. १९८७ ई. स. १९६१ चौदहवाँ संस्करण वि.सं. २०४९
SR No.009286
Book TitleNamo Siddhanam Pad Samikshatmak Parishilan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDharmsheelashreeji
PublisherUjjwal Dharm Trust
Publication Year2001
Total Pages561
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size53 MB
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