________________
द्वितीय अध्याय सिद्धपद और णमोक्कार आराधना
४४
100 MAG
मंत्र-आम्नाय मंत्र की परिभाषा मंत्र और अंतश्चेतना णमोक्कार मंत्र में निर्विकल्प आस्था णमोक्कार मंत्र की शक्ति मंत्र : ध्वनि तरंग एवं प्रकाश ध्वनि की चामत्कारिकता मंत्र-जप : उपयोग मंत्राराधना के दो मार्ग : आध्यात्मिक और लौकिक मंत्र-रूप शब्दब्रह्म द्वारा परब्रह्म का साक्षात्कार णमोक्कार मंत्र की उत्पत्ति णमोक्कार मंत्र : जप-विधि द्रव्य-शुद्धि क्षेत्र-शुद्धि समय-शुद्धि आसन-शुद्धि विनय-शुद्धि मन-शुद्धि
वचन-शुद्धि काय-शुद्धि जप के कम, भेद कमल-जाप्य हस्तांगुली-जाप्य माला-जाप्य णमोक्कार महामंत्र से ज्ञायक भाव का उदय णमोक्कार मंत्र : शांति का उद्भव णमोक्कार महामंत्र के आराधक जैन आराधना में णमोक्कार मंत्र का महत्त्व णमोक्कार मंत्र की उत्कृष्टता णमोक्कार मंत्र : | लेश्या विशुद्धि का उपक्रम णमोक्कार से कृतज्ञता का विकास नवकार से नम्रता की प्रेरणा णमोक्कार की अमोघ शक्ति : विलक्षणता णमोक्कार मंत्र और लय-विज्ञान
ANOneurs
६
M
७४
७६
७८