________________
।
खाली हाथ
खाली हाथ ही आया था, खाली हाथ ही जाऊंगा कार्मण शरीर को भी हल्का करता ही जाऊंगा स्वयं को, स्वयं में, स्वयं से, ही पहचानता मैं स्वयं को ही वेदता, अपूर्व ज्ञानानंद साथ ही जाऊंगा.
खाली हाथ ही आया था, खाली हाथ ही जाऊंगा ये हाथ मेरे नहीं, पुद्गल के ही तो हैं, इसीलिये इन्हें यहीं धरती पर राखरूप छोड़ता ही जाऊंगा स्वयं को ही वेदता, अपूर्व ज्ञानानंद साथ ही जाऊंगा.
खाली हाथ ही आया था, खाली हाथ ही जाऊंगा इस हाथों को मेरा मान, कुछ न कुछ करता गया हाथों से जो हुआ, मात्र तत्समय की योग्यता समझता जाऊंगा स्वयं को ही वेदता, अपूर्व ज्ञानानंद साथ ही जाऊंगा.
खाली हाथ ही आया था, खाली हाथ ही जाऊंगा हाथ तो मेरे कभी थे ही नहीं फिर क्यों, और कैसे
मैंने मेरे मान लिये, इसी मान्यता का पूरा अभाव करता जाऊँगा स्वयं को ही वेदता, अपूर्व ज्ञानानंद साथ ही जाऊंगा.
खाली हाथ ही आया था, खाली हाथ ही जाऊंगा इस ज्ञान, गुरुदेव को ही मानता, जानता ही अब मैं ज्ञानस्वरूप, आनंद शांतिमय को ही जानता जीता जाऊंगा स्वयं को ही वेदता, अपूर्व ज्ञानानंद साथ ही जाऊंगा.
176
|