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श्रुतप्रेमी
वि.सं.२०४८ एवं वि.सं.२०५८ के चातुर्मास की स्मृति में संघ की धर्माराधना की प्रेरणा को जगानेवाले पूज्यपाद तपागच्छाधिराज
आचार्यदेव श्रीमद् विजय रामचंद्रसूरीश्वरजी म.सा. के शिष्यरत्न प्रवचनकार बंधुबेली
पूज्य गणिवरश्री वैराग्यरति विजयजी म.सा. एवं पूज्य मुनिराज श्री प्रशमरति विजयजी म.सा. की पावन प्रेरणा से
श्री मर्चंट सोसायटी जैन संघ जैन मर्चंट सोसायटी, पालडी, अमदावाद-७ आपके श्रुतभक्ति की खूब अनुमोदन