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श्रुतप्रेमी
परम पूज्य तपागच्छाधिराज दीक्षायुगप्रवर्तक आचार्यदेवश्रीमद् विजयरामचन्द्रसूरीश्वरजी महाराजाना आज्ञावर्तिनी
प्रवर्तिनी पूज्य साध्वीजी श्री दर्शन श्रीजीम.ना शिष्या मधुरभाषी स्व. पू. साध्वीजी श्री हर्षपूर्णाश्रीजी म. सा. ना शिष्या सरलस्वभावी
पूज्य साध्वीजीश्री चन्द्ररत्नाश्रीजीम. तथा पूज्य साध्वीजी श्री मोक्षरत्नाश्रीजीम.सा. नी पावन प्रेरणाथी रत्नशिला एपार्टमेंट वापीमां थल अंतिम चातुर्मास (वि.सं. २०६८ ) मां आराधक श्राविका बहेनो द्वारा प्राप्त उत्पन्न थयेल ज्ञानद्रव्यमांथी
आ ग्रन्थ प्रकाशननो लाभ लेवामां आव्यो छे. आपनी श्रुतभक्तिनी अनुमोदना