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श्री महावीर स्वामी भगवान की आरती (4)
जय जय देव जय सुखना स्वामी ! प्रभु (2) वंदन करीये तुझने (2) भवभवना भामी ॥1॥ सिद्धारथना सुत ! त्रिशला ना जाया ! प्रभु (2) जशोदाना छो कंथजी (2) त्रिभुवन जगराया ||2||
बालपणामां आप गया रमवा काजे प्रभु ! (2) देवताए दीधो पडछायो (2) बीवराववा काजे ॥3॥
एकवारनुं रुप लीधु छे नागनुं प्रभु ! (2) बीजीवारनुं रुप (2) लीधु बालकनुं ॥4॥ बालक बीना सहु पोते नथी बीता प्रभु (2) देवतानु कई न चाल्युं (2) हारी जता रेता ॥5॥
एवा छे भगवान महावीर तमे जाणो प्रभु (2) छे हुने (2) मे राय राणो ||6|| जयदेव जयदेव..
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