________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
कर्म न लागे प्रभुजी तमने, समय समय लागे प्रभु अमने; वेगे दुःखनां वादळ मुजथी दूरे टाळजोरे .... प्यारा० ३ शी गति थाशे ओ !!! प्रभु मारी, चारगति भटक्यो दुःखभारी; प्रभु तुज पदपंकज शरण ग्रह्याने उगारजोरे.......... . प्यारा० ४ शरणागतवत्सल भयभंजन, अकलगति तुं देवनिरंजन; प्रेमे बुद्धिसागर भवजल पार उतारजोरे.
श्री पार्श्वनाथ स्तवन
ॐ ह्रीं श्री प्रभु पार्श्वजी, मुलना मंत्रनुं बीज रे पार्श्वथी सर्व दुरित टले, आय मिले सवि चीज रे .. ॐ ह्रीं असिआउसा नमो नमः तु त्रैलोक्य नो नाथरे चोसठ इंद्रो टोले मली, सेवे प्रभु जोडी हाथ रे
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
ॐ नमो पार्श्वप्रभु पंकजे, विश्वचिंतामणी रत्न रे, ॐ ह्रीं धरणेन्द्र पद्मावती वैरुट्या करो मुज यत्न रे अब मोहे शांति तुष्टि महापुष्टि, धृति किर्ति विधायी रे ॐ ह्रीं अक्षर शब्दथी आधि व्याधि सब जायरे
१३६
प्यारा० ५
For Private And Personal Use Only
१
२
३
ॐ अजिता दुरिआ तथा अपराविजया जया देवी दश दिशीपाल गृह यक्ष ए, विद्यादेवी प्रसन्न होय सेवी रे... ५
४