________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
को समग्र संघ की सहमति पर दीक्षा प्रदान करवाई थी. इतना ही नहीं, सात दशक की अवधि में भावनगर - संघ में कोई उपधान तप भी नहीं हुआ था. आचार्य प्रवर ने अपने दादागुरुदेव की निश्रा में उपधान तप की आराधना का ऐतिहासिक आयोजन करवाकर उक्त परम्परा को भी वाहियात सिद्ध किया था.
अपने अनन्य एवं गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री बाबुभाई जसभाई पटेल को कहकर आपने जुंजय महातीर्थ के बाँध में होती जीव - हिंसा पर भी प्रतिबन्ध लगवाया था.
बम्बई की महानगरपालिका के विद्यालयों में पढ़ते बालक - बालिकाओं को 'फुड - टॉनिक' के रूप में अण्डे दिये जाने के सर्वप्रथम बार आए प्रस्ताव को आचार्यश्री ने महाराष्ट्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री शंकरराव चव्हाण को कहकर खारिज करवाया था. इस तथ्य की विधिवत् घोषणा स्वयं मुख्यमंत्री ने लेमिंगटन रोड़ पर स्थित 'नवजीवन सोसायटी' में आयोजित आचार्य प्रवर के एक ज़ाहिर प्रवचन में आकर की थी.
अपने सामर्थ्य के आधार पर ऐसे छोटे - बड़े सैकड़ों सत्कार्य करवाकर आचार्य पद्मसागरसूरिजी ने एक ओर जैन शासन की महान प्रभावना की तो दूसरी ओर लोक - कल्याण का मार्ग भी प्रशस्त किया.
आचार्यश्री से प्रभावित होकर आपके संयम-पर्याय
२६
For Private And Personal Use Only