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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ओजस्वी प्रवक्ता आचार्यश्री के प्रवचनों के सन्दर्भ में लोग कहते हैं कि आप जादूगर हैं. प्रवचन में लोगों को बांधे रखने के आपके सामर्थ्य की होड़ नहीं हो सकती. आप प्रभावशाली प्रवचनकार व बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं. भाषा की सरलता, कथयितव्य की स्पष्टता, अभिप्राय की गम्भीरता, विचारों की व्यापकता, प्रस्तुति की मौलिकता आचार्य पद्मसागरसूरीश्वरजी महाराज के प्रवचनों की विशेषता है. नाभि से निकले आपके सचोट शब्द श्रोताओं के हृदय को गहराई तक आंदोलित करते हैं. आपके प्रवचनों ने जनता में अद्भुत लोकप्रियता प्राप्त की है. जैन शासन के महान प्रवक्ता के रूप मे तो आज समग्र जैन समाज को आप पर नाज़ है. आपके ओजस्वी प्रवचनों से व्यक्ति और समाज में आए परिवर्तन तो बेहिसाब हैं यशस्वी काम : भारी बहुमान आचार्य बनने के बाद भावनगर (गुजरात) के अपने पहले चातुर्मास में दादागुरु व गुरुदेव के सान्निध्य में पद्मसागरसूरिजी महाराज ने दो महत्त्वपूर्ण काम किये थे. बाल - दीक्षा पर प्रतिबन्ध के भावनगर संघ के ठराव को अपनी अपार लोकप्रियता के आधार पर परिवर्तित करवाकर आचार्यश्री ने भव्य समारोह में एक बाल मुमुक्षु २५ For Private And Personal Use Only
SR No.008728
Book TitlePadmasagarsuriji Ek Parichay
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVimalsagar
PublisherAshtmangal Foundation
Publication Year1991
Total Pages42
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & History
File Size2 MB
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