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अनुकम्पा, जो सहायता के लिए, दान के लिए, सेवा के लिए हमें प्रेरित करती है। __दया वह भाषा है, जिसे बहरे भी सुन सकते है, गूगे भी सराह सकते हैं और बुद्ध भी समझ सकते हैं।
स्वामी विवेकानन्द ने कहा था : "दयालु अन्तःकरण प्रत्यक्ष स्वर्ग है।"
स्वर्ग में किसी प्राणी को जो सुख मिलता है, वह दयालु को यहीं अपने हृदय में मिल जाता है।
हज़रत मुहम्मद पैगम्बर का कहना था कि जहाँ पशु मरते हों या मारे जाते हों, वहाँ नमाज मत पढो और जब हज (तीर्थयात्रा) के लिए जाओ तो पेड़ की टहनी तक मत तोड़ो। ___काबा आदिनाथ की चरणपादुका है। ऐडम आदिमका घिसा रूप है। आदिमनाथ अर्थात् आदिनाथ । इथियोपिया की राजधानी एडिसबाबा है, जो आदिश्वरबाबा का अपभ्रष्ट रूप है। खोज करने पर ऐसे अनेक सूत्र मिल सकते हैं, जिनके आधार पर जैनसंस्कृति के विस्तृत क्षेत्र का पता लग सके। जहाँ भी दयामूलक व्यवहार पाया जाता है, वहाँ जैन धर्म का अस्तित्व मिल जायगा।"
दया का एक प्रसिद्ध नाम है-अहिंसा, जो सब धर्मों का सार है। अहिंसा की प्रतिष्ठा में सब धर्मों की प्रतिष्ठा है : .
सव्वानोवि नईओ कमेण जह सागरम्मि निवंडन्ति ।
तह भगवईमहिसां सव्वे धम्मा सम्मिलन्ति ।। [सारी नदियाँ क्रमसे जिस प्रकार समुद्र में जा गिरती है, उसी प्रकार भगवती अहिंसा में सारे धर्म मिल जाते हैं]
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