________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
-
- -diपाणा
भर रोज यह उपसर्ग सहन कर रहे हैं तो आप धन्य हैं, जो ऐसे संसार में रहते हैं. ___ हमसे यह सहन नहीं होता, हमने तो बर्दाश्त नहीं किया, हमने संसार छोड़ दिया आपको धन्यवाद देता हूं, कि आप बड़ी बहादुरी से अभी तक संसार में डटे हैं.
सर्वमंगलमांगल्यं सर्वकल्याणकारणम्। प्रधानं सर्वधर्माणां जैन जयति शासनम्
हिन्दू सच्चा हिन्दू बने और गीता के आदर्शों को अपने जीवन में चरितार्थ करे, मुसलमान पाक मुसलमान बन जाए और कुरान के आयतों को जीवन में उतारे. जैन सच्चा जैन बन जाए और आगमोक्त जीवन जिये. ईसाई वास्तविक ईसाई बने और बाईबल के बतलाए पथ पर चले -- इस प्रकार सभी अपने-अपने धर्मग्रन्थों के अनुसार जीवन जीएँ तो देश की अधिकांश समस्याएँ पल-भर में हल हो सकती है. फिर यह देश रामराज्य ही नहीं, स्वर्ग बन सकता है.
-
42
For Private And Personal Use Only