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यथोचित अवसर का लाभ उठाना ही बुद्धिमानी है । मृत्यु कभी भी आ सकती है, अतः आंख मूंद कर बैठे रहने से कोई लाभ नहीं है । समय का तत्काल सदुपयोग कर लेवें ।
समय के सदुपयोग का यह अर्थ नहीं है कि जल्दबाजी में कोई भी निर्णय ले लिया जाए अथवा ऐसी वैसी कोई भी क्रिया कर ली जाए। समझ को ताक पर नहीं रखा जा सकता। अवसर के अनुसार जो भी कदम उठाना है, उसमें त्वरीतता हो, मगर विवेक भी रहे । सुअवसर प्राप्त होते ही पलायन न करें चुनौती को साहसपूर्वक स्वीकार करें। इस साहस के लिए शूरवीरता नहीं आत्मबल की आवश्यकता होती है । सत्य का जब भी उद्घाटन हो, उसे स्वीकार लें, अपना लें ।
जीवन में समय का बड़ा महत्त्व है । सही समय पर जागना ही श्रेष्ठ है । जो यह मानता है कि उसके पास समय बहुत है वह कुछ भी नहीं कर पाता है और जो समय को मूल्यवान मानता है, वह थोड़े समय में ही बहुत कुछ कर जाता है।
कुछ यात्री साथ-साथ सफर कर रहे थे । उनमें से तीन यात्री एक ही शहर में पर्यटन के लिए जा रहे थे । उन तीनों में से एक यात्री ने प्रश्न किये पर समय के परिमाण के अनुसार तीनों को अलग-अलग बात कही ।
पहले से पूछा - आप शहर में कितने दिन रहेंगे ? उसने जवाब दिये - छह महीने । पूछने वाले ने कहा - आप शहर का कुछ हिस्सा ही देख सकेंगे। दूसरे से पूछा तो उसने अवधि बताई-तीन सप्ताह । उसे कहा गया कि वह शहर का काफी हिस्सा देख सकेगा। तीसरे से पूछा तो उसने अवधि बताई एक सप्ताह । उसे बतलाया गया कि वह पूरा शहर देख सकेगा।
अन्य यात्री इस वार्तालाप से आश्चर्य चकित हो गये । पूछने पर उस व्यक्ति ने स्पष्ट किया कि जिसके पास बहुत समय होता है वह उतना ही अधिक समय
सतत जागृति : जीवन की सही समझ - 89
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