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आगमसार. अगुरुलघुनो उपजवो विणसवो ते सादि सांत छे. स्वभावते गुण चार अनादि अनंत छे. वर्णादि पर्याय चार एटले वर्ण गंध रस स्पर्श ते सादि सांत छे. ए द्रव्यादि चारमा चौभंगी कही. ___ हवे छ द्रव्यना संबन्ध आश्री चौभंगी कहे छे, तिहां प्रथम आकाश द्रव्य छे तेमां अलोकाकाशमां कोइ द्रव्य नथी अने लोकाकाशमां छ द्रव्य छ, तिहां लोकाकाश द्रव्य तथा बीजु धर्मास्तिकाय द्रव्य अने त्रीजु अधर्मास्तिकाय द्रव्य ते अनादि अनंत संबंधी छे जे लोकाकाशना एकेक प्रदेशमा धर्म द्रव्य तथा अधर्म द्रव्यनो एकेक प्रदेश रह्यो छे ते पण किवारे विछेडसे नहीं मादे
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