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आगमसार.
काल द्रव्यमा स्वद्रव्य जे नवा पुराणवतैना गुण ते अनादि अनंत छे स्वक्षेत्र समय (काल) ते सादि सांत छे केमके वर्तमान समय एक छे ते माटे तथा स्वकाल ते अनादि अनंत छे. स्वभाव ते गुण चार अने अगुरुलघु अनादि अनंत छे. अतीत काल अनादि सांत छे अने वर्तमानकाल सादि सांत छे अनागत काल सादि अनंत छे.
पुद्गल द्रव्यमां स्वद्रव्य ते द्रव्यपणे जे पूरणगलन धर्म ते अनादि अनन्त छे अने स्वक्षेत्र परमाणु ते सादि सांत छे. स्वकाल स्थिति अगुरुलघु गुण ते अनादि अनंत छे. लेवी पण अलोकनो अंत नथी माटे सादि अनंत कां छे.
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