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आगमसार.
पड्या दुःखी देखाय छे अने ते सर्व जुदा जुदा देखाय छे ते केम ? तेहने गुरु उत्तर कहे छे के निश्चयनये तो सर्व जीव, सिद्ध समान छे माटेज सर्व जीव कर्म खपावीने सिद्ध थाय छे तेथी सर्व जीवनी सत्ता एक के.
फरि शिष्य पुछे छे के जो सर्व जीव सिद्ध समान कहो छो तो अभव्य जीव पण सिद्ध समान छे एम ठेरयुं (ठ) अने ते तो मोक्षे जता नथी, तेहने ए उत्तर जे अभव्यमां परावर्त्त धर्म नथी तेथो सिद्ध थता नथी माटे तेनो एहवोज स्वभाव छे जे मोक्षे जवंज नथी अने भव्यजीवमां परावर्त्त धर्म छे माटे कारण सामग्री मिले पलटण पामे, गुणश्रेणि चढो मोक्ष करी सिद्ध थाय पण जीवना मुख्य
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