________________
सूत्रानुक्रमणिका : ४५ श्रीसिद्धहेमचन्द्राशब्दानुशासनप्रथमाध्यायागतसूत्राणाम्
अकारादिवर्णानुक्रमेण सूचिः। सूत्रम् सूत्राङ्कः । सूत्राङ्कः सूत्रम् | सूत्रम्
सूचाङ्कः अहउवर्ण-दे १॥२॥४१॥ | अवर्णभो-धिः ११३१२२॥ ऋस्तयोः अं अः-सर्गों 1११॥९॥ अवर्णस्या-साम् २०१५॥ | लत-वा
शश३६ अं अः स्कू-ट्र १११११६॥ अवर्णस्ये-रल १२६॥ लत्यालू-
वा२।१२॥ अघोषे प्र-टः १॥३॥५०॥ | अष्ट और्ज-सोः ॥४३॥ लादन्ताः-नाः ११७॥ अब:
१४/६९॥ अस्पष्टाव-वा ॥३॥२५॥ ऐ ओ औ-रम् ११३८॥ अजूवर्ग-तः १२॥३३३॥ | आ अम् शसोऽता ११४५७॥ | पः
१४७॥ अञ्वर्गात्-न् १॥२॥४०॥ | माहितीय-षाः ॥११॥ पकद्वित्रि-ताः
1१११५॥ अतः स्यमोऽम् ।१।४।५७॥ आपो जितायाम् ।।४१७॥ पतदश्च-से शि६॥ अत आ:-ये ।१४।१॥ | आमो नाम् वा ११४॥३१॥ | एदापः
१४४२ अतोऽति रोका १९॥३२॥ | इदमदसोऽकयेव शा॥ | पदेतोऽयाय ११।२।२३॥ अदीर्घात्-ने ११॥३॥३२॥ | इदुतोऽस्ले-त् १४२१| पदोतः-लुक ।१।२।२७॥ अदेत:
१॥४४४॥ इन्डीस्वरे लुक् ॥४७९॥ | पदोद्भ्यां -र: ।१४।३५॥ अदो मुमी ।।२३५॥ इन्द्रे
।१२।३०॥ पदबहुस्भोसि १२॥४॥४॥ अधण-सः ११११॥३२१ | इन्हन-स्योः १४८1७॥ पेदौत्-रैः ।२१२॥ अधातुवि-म ११॥२७॥ वर्णादे-लम् १२२१॥ ओत और 1१।४७४॥ अनडुहः सौ ४७२॥
श२३४॥ | प्रोदन्तः शि२॥३७॥ अनतो लुगू १९४५९॥
शरा३३।। ओदौतोऽवाव
११॥२॥२४॥ अनन्तः प-यः ०१:३८॥ | उतोऽनदुश्चतुरो वः ११४।८१॥ | ओमाङि
१॥२॥१८॥ अनवर्णा नामी रा॥ | उदः स्थास्तम्भ-सः॥१॥३॥४४॥ | भोता
IIકારના अनाङ्माङगे-छ: १३२८ । उपसर्गस्थानि-ति ।१२।१९॥ औदन्ताः स्वराः ॥१४॥ अनामस्वरे नोन्तः ११४॥६५॥ | ॐ चो
१॥२॥३९॥ | औरीः
११४॥५६॥ अनियोगे-वे शरा१६॥ | ऊटा
1१२॥१३॥ कसमासे-धः १०१।४१३ अन्यो घो-न् ११३॥१५॥ ऋलात-वा
१२२॥ कादिर्यञ्जनम् १११०॥ अप: १११४८८॥ | ऋणे प्र
११२१७॥ केवलस-रौः १४२६॥ अपञ्चमा-ट् ।१।१।११॥ | ऋते तु-से ११॥२८॥ | कृत्वातुमम् ११॥३५॥ अप्रयोगीत् ११॥२॥३७॥ | ऋतो दुर् 1१।४।३७॥ क्रुशस्तुनः-सि १६४९१॥ अभ्यादे-सौ ॥४.९० | ऋतो र-ते शरा२६॥ खितिखीती-र १॥३६॥ अरोः सुपि र ३२५७॥ [ ऋतो वा तौ च १२४॥ | ख्यागि
१९३३५४॥ अौं च .१.४॥३९॥ ऋत्यारु-स्य
१२९॥ गतिः
।१।११३६१ अर्धपूर्वपदः पूरणः ॥४२॥ | ऋदुदिता श४७०॥ गोर्नाम्न्यवोऽक्षे । १२॥२८॥ महम् १२॥१॥ | ऋदुशनस्यु-डाः १४८४॥ | घुटि
१४६८॥