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५ हजार
प्रवचनसार अनुशीलन
भाग-२
प्रथम संस्करण हिन्दी (१ मई, २००७) वीतराग-विज्ञान (हिन्दी-मराठी) के सम्पादकीयों के रूप में
कुल
९हजार
:
१४ हजार
मूल्य : पैंतीस रुपए
लेखन एवं गाथा व कलशों का पद्यानुवाद डॉ. हुकमचन्द भारिल्ल शास्त्री, न्यायतीर्थ, साहित्यरत्न, एम.ए., पीएच.डी.
लैजर टाइपसैटिंग : त्रिमूर्ति कम्प्यूटर्स, ए-४, बापूनगर, जयपुर
प्रकाशक पण्डित टोडरमल स्मारक ट्रस्ट ए-४, बापूनगर, जयपुर-३०२०१५
मुद्रक: प्रिन्ट 'ओ' लैण्ड बाईस गोदाम, जयपुर