________________
बारिआ (द्वारिका ) बारी
भरणी भगिणी ।
संझा (संध्या) सांज
(भगिनी) बहेन
रति (रात्री) रात
गोडी (गोष्टी ) गोठ, गोठडी
पावरणय ( प्रावरणक) उपरणं बिगुणय ( ( द्विगुणक) बमणुं बिउणय
जनी जणी
गोरी (गौरी) गोरी
सामान्य शब्दो - नान्यतर जाति
तिगुणय ( ( त्रिगुणक) त्रमं तिउणय
चउगुणय ( ( चतुर्गुणक) चोगणुं उग्गुणय
छग्गुणय ( षड्गुणक) छगणुं सत्तगुणय (सप्तगुणक) सातगणुं
अट्ठगुणय (अष्टगुणक) आठगणु मिडफल ( महल ( मेढ्रफल) मींडळ - मीढोळ
भयणफल (
मयणहल उत्थिअ (उत्थित) उठथुं विस (विष) विख
( मदनफळ ) मीढोळ
१८६
कोमलय (कोमलक) कूणुं
सावत्तक (सापन्त्यक) सावकुं
सावन्तय
सगडय ( शकटक) छकडो
-शकट
वरगोठी)
बरोट्ठी "} (वरगोष्टी) वरोंठी
वरजन्ता ।
वरअत्ता
(वरयात्रा) बरात - जान
} (जनी) जान
छट्ठय (षष्ठक) छटुं अच्वब्भुय (अत्यद्भुत) अचंबो अद्ध (अर्ध) अडधुं सोरभ (सौरभ सोडम तिमिर (तिभिर) तम्मर - अंधारुं दालिद ( दारिद्रय ) दळदर
दारिद्र्य
रुक्ar ( रूक्षक) लूखु पलाल (पलाल) पराळ- 5- चोखानुं घास लङ्गल (लाङ्गल) हळ-नांगर बयर (बदर ) बोर - बेर वत्त ( ( वर्त्म ) वाट - रस्तो
वह
कयल (कदल) केळु
नीलय (नीलक) नीलो - नीलुं वादित ) ( वारित्र) वाजिंत्र वाइत /
कोटर (कोटर ) कोतर
तिलय (तिलक) टीलं
७
बिंदु (बिन्दु) म