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________________ अनुक्रमणिका. विषय. 9000 पदार्थाभाविनी नाम पष्ठभूमिका, तुरीया नाम सप्तमभूमिका औ ग्रंथाभ्यासफल. D400 ज्ञानके साधनका प्रश्न ज्ञानसाधनका कथन. 140. स्त्रीमें दूषण. अष्टमांतिका मैथुन और ब्रह्मचर्य. पुत्रग्रह औ धनमें दूषण. एकादश दोहोंकर कहे अर्थका कथन. जगत्की आसक्तिके त्याग में जगत्विषे समुद्रका रूपकजगत्की आसक्ति और विषयकी विस्मृति में सुखरहित विषयों में विना विचार प्रवृत्ति. विषयीकी निर्लज्जता और ताके त्यागमें प्रमाण. मुमुक्षुके अन्य साधन और पलिंगसहित श्रवण. मननका स्वरूप और फल. 4004 0.00 चतुर्थ विश्रामकी अनुक्रमणिका ४. ज्ञानसाधनवर्णन ६२ - १००. PODP 4448 **** .... 6300 .... 6.00 shet .... ... 1860 निदिध्यासनका स्वरूप और फल. दृढवोधते कर्तव्याभाव और प्रथाभ्यास फल, **** **** .... 1000 ** 0001 **** 0000 6330 04. ...2 BARE .... Jean 2080 .... **** 9926 2008 *** 6000 ... : **** .... .... .... .... .... प्रसंग अंक. ३६. ३७ ... 4040 .... 4000 4040 ३८ ३९ ४० ४१ ४२-४४ ४५ ४६ ४७ ४८-४९: ५० ११-५३: ९४-५५ ५६. ९७-९८ १९-६१ **** .... .... **** BUDA .... 08.0 4020 2300 .... 1499
SR No.007743
Book TitleVicharmala Granth Satik Pustak 1 to 8
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAnathdas Sadhu, Govinddas Sadhu
PublisherGujarati Chapkhana
Publication Year1832
Total Pages194
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size5 MB
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