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खमासमण कैसे दे ? पंचांग प्रणिपात रुप खमासमण मुद्रा
प्रथम स्थिति. (प्रारंभ)
द्वितीय स्थिति. (अंत)
पंचांग = दो हाथ, दो पैर और मस्तकसे प्रणिपात = नमस्कार
खमासमण कैसे करना ? अपनी तमाम क्रियाओमें खमासमण आयेगा ही। दूसरा चित्र बराबर देखे,
और आप जिस तरह खमासमण देते है, उसके साथ तुलना करें और उसमें खामी हो तो दूर करें ।