________________
३३. उनमें जो नील वर्ण की मणियाँ थी, क्या उनका रंग इस प्रकार का था
जैसे भृग (भँवरा) या भृग के पख का रंग हो, तोते, तोते के पंख , चातक अथवा चातक की पूँछ, नील या नील के अंदर का भाग हो, नील गुटिका, सॉवा (धान्य), उच्चन्तक (दाँतों को नीला रगने का चूर्ण), वनराजि, बलदेव के पहनने के वस्त्र, मोर की गर्दन, कबूतर की गर्दन, अलसी के फूल, बाणपुष्प, अंजनकेशी के फूल, नीलकमल या अशोक का रंग हो,
नीले कनेर का और नीले बंधुजीवक (नीला कीडा) का रंग होता है। क्या यह अर्थ उनका • यथार्थ वर्णन करने में समर्थ है ? THE THE BLUE COLOUR JEWELS
33. Is it a fact that the colour of blue jewels was___Like that of a bee, the feather of a bee, a parrot, feather of parrot, a chaas bird, chaas-tail, neel, the inner part of neel, blue box, blue og plants, blue powder used for colouring teeth, vanarajee, the dress of the 8 Baldev, neck of pea-cock, neck of a pigeon, trussed flower, baan
flower, anjan-keshi flower, blue lotus, Ashok flower, blue kaner flower, blue bandhu-jeevak ants. Are these illustration proper in describing the colour of those jewels ?
३४. णो इणटे समढे, ते णं णीला मणी एत्तो इट्टतराए चेव जाव वण्णेणं पण्णत्ता। ___३४. नहीं, ऐसा नहीं है। वे नीली मणियाँ तो इन उपमा वाले पदार्थों से भी अधिक चमकदार यावत् अतीव मनोहर नील वर्ण वाली थी। ____34. No. It is not true. The blue jewels were brighter, more beautiful and so on than the above articles in comparison. रक्त वर्ण मणियाँ
३५. तत्थ णं जे ते लोहियगा मणी तेसि णं मणीणं इमेयासवे वण्णावासे पण्णत्ते
से जहाणामए सस-रुहिरे इ वा, उरभ-रुहिरे इ वा, वराह-रुहिरे इ वा, मणुस्स-रुहिरे इ वा, महिस-रुहिरे इ वा, बालिंदगोवे इ वा, बालदिवाकरे इ वा, संझब्भरागे इ वा, गुंजद्धरागे इ वा, जासुअणकुसुमे इ वा, किंसुयकुसुमे इ वा, पालियायकुसुमे इ वा, जाइहिंगुलए ति वा, सिलप्पवाले ति वा, पवालअंकुरे इ वा, लोहियक्खमणी इ वा, लक्खारसगे ति वा, किमिरागकंबले ति वा, चीणपिट्टरासी ति वा, रत्तप्पले इ वा, रत्तासोगे ति वा, रत्तकणवीरे ति वा, रत्तबंधुजीवे ति वा, भवे एयारूवे सिया ?
3 सूर्याभ वर्णन
(41)
Description of Suryabh Deve
CNXXX
SXE
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org