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हंद ! सुणंतु भवंतो सूरियाभविमाणवासिणो बहवे वेमाणिया देवा य देवीओ य सूरियाभ-विमाणवइणो वयणं हियसुहत्थं
आणवेइ णं भो ! सूरियाभे देवे, गच्छइ णं भो ! सूरियाभे देवे जंबुद्दीवं दीवं भारहे वासं आमलकप्पं नगरिं अंबसालवणं चेइयं समणं भगवं महावीरं अभिवंदए। तं तुब्भेऽवि
देवाणुप्पिया ! सब्बिड्ढीए अकालपरिहीणा चेव सूरियाभस्स देवस्स अंतियं पाउन्भवह। * २१. तब वे सूर्याभ विमानवासी बहुत से वैमानिक देव और देवियाँ, जो एकान्त रति * क्रीड़ा में लीन थे, सदा प्रमत्त और विषय-सुख में मूर्छित रहते थे, उन्होंने सुस्वर घंटारव
सुना तो तुरन्त सावधान हो गये, कान और मन को केन्द्रित करके घंटारव को सुनने में
दत्तचित्त हो गये। तब घंटारव के विषय मे उत्पन्न कुतूहल को शान्त करने के लिए, घंटा की * गूंज एकदम शान्त हो जाने पर उस पदातिसेना के अधिपति देव ने जोर-जोर से उद्घोषणा
करते हुए इस प्रकार कहा
___ “आप सभी सूर्याभ विमानवासी वैमानिक देव और देवियाँ सूर्याभ विमानाधिपति की " इस हितकारी सुखप्रद घोषणा को प्रसन्न होकर सुनिए
हे देवानुप्रियो ! सूर्याभदेव ने आप सबको आज्ञा दी है कि सूर्याभदेव जम्बूद्वीप के भरत क्षेत्र में स्थित आमलकप्पा नगरी के आम्रशालवन चैत्य में विराजमान श्रमण भगवान महावीर की वन्दना करने के लिए जा रहे हैं। इसलिए हे देवानुप्रियो ! आप सभी अपनी समस्त ऋद्धि से सुसज्जित होकर अविलम्ब सूर्याभदेव के समक्ष उपस्थित हो जायें।"
21. Then many gods and goddesses who were residing in Suryabh Viman (abode) and who were engrossed in amorous * pleasures and were completely absorbed in sensual enjoyment, * heard the sound of the dumble-bell. They at once became alert and
attentively listened to the sound of the bell. Then, in order to cool down the curiosity caused by that sound, when the said sound died
down, the god controlling the army proclaimed in a loud voice as a under" “All the gods and goddesses of Suryabh abode (Viman) should the discretely listen to the message of Suryabh Dev which is beneficial and pleasent. He then said
Othe blessed ! Suryabh Dev has ordered you all that he is going to Aamrashalvan Chaitya in Aamal-kappa city located in Bharat area of Jambu Dveep in order to show his respect and bow to
999RODARODARODARODARODARORDARDAR.4880545054
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सूर्याभ वर्णन
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Description of Suryabh Dev
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