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वासित्ता कालागुरु-वर-कुंदरुक्क-तुरुक्क-धूव-मघमघंतगंधुद्धयाभिरामं Hot सुगंधवरगंधियं गंधवट्टिभूयं दिव्वं सुरवराभिगमणजोगं करेंति य कारवेंति य, करेत्ता य
कारवेत्ता य खिप्पामेव उवसामंति।
१७. मेघ वर्षा से धूल को शान्त करने के पश्चात उन आभियोगिक देवों ने तीसरी बार पुनः वैक्रिय समुद्घात करके पुष्प बादलों की रचना की-जैसे कोई तरुण, कार्यकुशल मालाकारपुत्र (माली) एक बडी फूलों से भरी टोकरी पुष्पपटलक-(फूलों की पोटली) अथवा पुष्पचंगेरिका (फूलों से भरी डलिया) के, वैसे फूलों को हाथ में लेकर पंचरंगे पुष्प-पुंजों
को बिखेरकर राज-प्रांगण यावत् प्याऊ को सब तरफ से समलंकृत कर देता है। ____ उसी प्रकार सूर्याभदेव के आभियोगिक देवों ने पुष्प बादलों की रचना करके योजन प्रमाण गोलाकार भूभाग में दीप्तिमान जलज और स्थलज पंचरंगे पुष्पों को जमीन से ऊपर एक हाथ प्रमाण खचाखच भर दिया।
पुष्प वर्षा करने के पश्चात् मनमोहक सुगन्ध वाले काले अगर, श्रेष्ठ कुन्दरुष्क, तुरुष्क-लोभान की सुगन्धित धूप जलाकर महका दिया। उनकी उडती मनमोहक सुगन्ध से सारा प्रदेश महक उठा। श्रेष्ठ सुगन्ध के कारण सुगन्ध की गुटिका जैसा बन गया। देवों के आगमन योग्य बना दिया। इस प्रकार फिर पुष्प मेघों को शमित कर दिया-समेट लिया। MAKING CLOUDS OF FLOWERS ___17. After settling down the dust by rain bearing clouds, the Abhiyogic gods performed Vaikriva Samudghat for the th Now they created flower-bearing clouds, consider a young, expert gardener He holds in his hands a large basket full of flowers (pushp-patalak) or a vase containing flowers (pushp-changerika). He spreads the flowers of five different colours all around in the royal courtyard and thus decorates it.
In the same manner the Abhiyogic gods of Suryabh Dev created flower-bearing clouds and filled a circular area of one yojan upto a * height of one haath (eighteen inches) with flowers grown on land and in water.
After the flower-bearing showers, they made the area fragrant by burning incense. The fragrance filled the entire area. Due to this
extremely pleasant fragrance, the area became like a vase full of 9 fragrance. It became fit for welcome of the gods. Thereafter, the
flower-bearing clouds were removed.
सूर्याभ वर्णन
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Description of Suryabh Dev
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