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" (१८) कुस्तुबा, (१९) गोमुखी, (२०) मादला, (२१) वीणा, (२२) विपची, (२३) वल्लकी,
(२४) षड्भ्रामरी वीणा, (२५) भ्रामरी वीणा, (२६) वध्वीसा, (२७) परिवादिनी वीणा, (२८) सुघोष घटा, (२९) नन्दीघोष घटा, (३०) सौ तार की वीणा, (३१) काछवी वीणा, (३२) चित्र वीणा, (३३) आमोट, (३४) झझा, (३५) नकुल, (३६) तूण, (३७) तुंब वीणा-तम्बूरा, (३८) मुकुन्द-मुरज सरीखा एक वाद्य विशेष, (३९) हुडुक्क, (४०) विचिक्की, (४१) करटी, (४२) डिडिम, (४३) किणिक, (४४) कडब, (४५) दर्दर, (४६) दर्दरिका, (४७) कलशिका, (४८) मडक्क, (४९) तल, (५०) ताल,
(५१) कास्य ताल, (५२) रिंगरिसिका, (५३) लत्तिका, (५४) मकरिका, (५५) शिशुमारिका, ॐ (५६) वाली, (५७) वेणु, (५८) परिली, (५९) बद्धक।
यद्यपि मूल सूत्र पाठ मे वाद्यो की सख्या उनचास बताई है, परन्तु गणना करने पर उनकी सख्या उनसठ होती है। टीकाकार ने इसका समाधान करते हुए लिखा है- "इन वाद्यों के मूल भेद तो उनचास ही है। शेष उनके अवान्तर भेद है।" __ऊपर दिये गये वाद्य नामो मे से कुछ एक के नाम स्पष्ट ज्ञात नही होते है कि वर्तमान मे उनकी क्या सज्ञा है ? टीकाकार आचार्य ने भी लोकगम्य कहकर इनकी व्याख्या नहीं की है।
इन वाद्यो के नामो का उल्लेख आगम साहित्य मे अनेक स्थानो पर मिलता है। जैसे जम्बूद्वीप प्रज्ञप्ति (विजयदेव प्रकरण) सूत्रकृताग आदि तथा शार्गधर के सगीत रत्नाकर व भरत नाट्यम् मे व महाभारत " मे भी अनेक प्रकार के वाद्यो का वर्णन मिलता है। कल्याण मासिक के हिन्दू सस्कृति अक मे भी इन * वाद्यो के विषय मे अच्छी जानकारी दी गई है। इस वर्णन से पता चलता है कि प्राचीनकाल मे भारत मे * सगीत एव नृत्यकला बहुत उच्च-स्तर पर विकसित थी और अनेक प्रकार के वाद्य यत्रो का निर्माण करने K मे यहाँ के कारीगर सिद्धहस्त थे।
Elaboration—In the present aphorism, the names of musical instruments upto Piripirika have been mentioned. The names of other
musical instruments have been mentioned at their respective places in The other aphorism. They are as under
___ (1) Conch, (2) Horn, (3) Small conch, (4) Kharmukhi, (5) Drum, (6) Bamboo flute, (7) Small drum, (8) Pateh, (9) Dhaphali (Bhambha), (10) Horambh, (11) Drum (Bheri), (12) Jhalar (a musical instrument narrow in the middle but flat and round at the two ends), (13) Dundubhi
(a big drum), (14) Muraj, (15) Mridang (drum), (16) Nandi-mridang TE (a kind of drum), (17) Tabor (Aaling), (18) Kutumb (Harmonium like),
(19) Wind instrument (Gomukhi), (20) Maadala, (21) Lute, (22) Vipanchi (stringed musical instrument), (23) Vallaki (lute type), (24) Shat-bhramari, (25) Bhramari, (26) Vadhveesa, (27) Parivadini (lutes), (28) Sughosh,
(29) Nandighosh bells, (30) Hundred stringed lute, (31) Kachhavi, 9 (32) Guitar (Chitt), (33) Aamot, (34) Jhanjha, (35) Nakul, (36) Toon, 8 (37) Tamboora, (38) Mura], (39) Huhukk, (40) Vichikki (drums),
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सूर्याभ वर्णन
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