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EDDDDDDDDDDDDDDDDDDDDDUT र नवम अध्ययन : माकन्दी
( ३५ ) SI कर-चरण-नयण-लावण्ण-रूव-जोव्वणसिरिं च दिव्वं सरभ-सउवगूहियाइं जाइं विब्बोय- ड 15 विलसियाणि य विहसिय सकडक्ख-दिट्ठि-निस्ससिय-मलिय-उवललिय- ठिय-गमण-पणयर खिज्जिय-पासादियाणि य सरमाणे राग-मोहियमई अवसे कम्मवसगए अवयक्खइ मग्गओ सविलियं।
सूत्र ४९ : आभूषणों के ऐसे कर्णप्रिय और मनोहारी शब्द तथा देवी के प्रणय भरे सरल और टी 15 मधुर वचनों को सुन जिनरक्षित का मन चंचल हो उठा। उसे देवी पर पहले से दुगुना अनुराग उत्पन्नड
र हो गया। वह देवी के सुन्दर स्तन, जंघाएँ, मुख, हाथ, पैर और नयनों के रूप और यौवन रूपी लक्ष्मी ट 15 का स्मरण करने लगा। देवी के द्वारा किये हर्ष और आवेग भरे आलिंगन, चेष्टाएँ, विलास, मुस्कान, ड र कटाक्ष, निश्वास, मर्दन, उपललित (क्रीडाविशेष), स्थिति, गति, प्रणय, कोप, रिझाने की चेष्टा, आदि । र को याद कर-कर के जिनरक्षित की मति अनुराग और मोह से परिपूर्ण हो गई। वह अवश हो गया 15 और कर्म के वश हुआ लज्जा सहित मुडकर देवी के मुख की तरफ देखने लगा।
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15 ALLURED JINARAKSHIT
5 49. Jinarakshit was allured by the sweet and enchanting sound of the ci 15 jingling ornaments and the loving, tender, and sweet appeal of the evil S 15 goddess. His love for the evil goddess doubled. He ruminated upon the 9
memories of the wanton youthful beauty of her breasts, thighs, face, arms, 5 legs and eyes. He was filled with infatuating lure of the memories of the 15 happy and lusty embraces, playful and sensuous activities, smiles, libidinous 15 glances, panting, rubbing, fore-play, holding, and movement, mixed with ? gestures of love, anger, and enticement. He lost his control over himself, 3 turned his head and started looking at the evil goddess shyly. हे सूत्र ५० : तए णं जिणरक्खियं समुप्पन्नकलुणभावं मच्चु-गलत्थल्ल-णोल्लियमई अवयक्खंत र तहेव जक्खे उ सेलए जाणिऊण सणियं सणियं उव्विहइ नियगपिट्ठाहि विगयसत्थं।
र सूत्र ५0 : देवी के प्रति अनुराग उत्पन्न होते ही जैसे यमराज (मृत्यु रूपी राक्षस) ने उसके गले हा 15 में हाथ डाल उसकी मति भ्रष्ट करदी अर्थात् वह मृत्यु के मुँह में जाने लगा। उसने देवी की ओर ८ 15 देखा है यह बात अवधि-ज्ञान से जानकर शैलक यक्ष ने उस अस्वस्थ मन वाले जिनरक्षित को धीरे 5
र से अपनी पीठ से नीचे गिरा दिया। $ 50. The moment he was allured by the evil goddess the god of death 2 caught hold of him and drew him to his doom. With the help of his Avadhi BJnana, Shailak Yaksh became aware of his turning and looking at the evil a
goddess. He at once pushed weak hearted Jinarakshit from his back. 15 CHAPTER-9 : MAKANDI
( 35 ) टा Snnnnnnnnnnnnnnnnnnnnnnnnnnnnnnnny
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