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प्रज्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्卐
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ज्ञाताधर्मकथांग सूत्र हा 5 जुतवाईं और फिर चम्पा नगरी से बाहर निकला। अपनी इस यात्रा में वह थोड़ी-थोड़ी दूर पर डा र पड़ाव डालता था। सुख सुविधाजनक रात्रिवास के बाद प्रातःकाल का भोजन कर पुनः यात्रारम्भ
5 करता था। इस प्रकार यात्रा करता हुआ अंग देश को पार कर वह सीमा पर पहुंचा। गाड़ियाँ खोल ट 15 पड़ाव डाला और सेवकों को बुलाकर कहा5 8. All these people went to the garden outside Champa, as instructed by a 15 Dhanya merchant, and waited for him.
Dhanya merchant got the goods loaded in the carts. He then looked for an B auspicious conjunction of planets, time, and moment. He invited his friends 5 and relatives on a feast and sought their permission for the proposed voyage.
After these formalities he commenced his voyage. During this voyage heç 5 traveled a convenient distance and then camped. After a comfortable night's S
stay and breakfast the next morning he again resumed his travels. In this
manner he crossed Anga state and reached the border. After making the 15 camp he called his servants and said, र उपयोगी चेतावनी र सूत्र ९ : 'तुब्भे णं देवाणुप्पिया ! मम सत्थनिवेसंसि महया महया सद्देणं उग्घोसेमाणा 15 उग्घोसेमाणा एवं वदहर एवं खलु देवाणुप्पिया ! इमीसे आगामियाए छिन्नावायाए दीहमद्धाए अडवीए टा 5 बहुमज्झ-देसभाए बहवे णंदिफला नामं रुक्खा पन्नत्ता-किण्हा जाव पत्तिया पुफिया फलिया ड र हरिया रेरिज्जमाणा सिरीए अईव अईव उवसोभेमाणा चिट्ठति, मणुण्णा वन्नेणं, मणुण्णा गंधेणं, टे 15 मणुण्णा रसेणं, मणुण्णा फासेणं, मणुण्णा छायाए, तं जो णं देवाणुप्पिया ! तेसिं नंदिफलाणं डा र रुक्खाणं मूलाणि वा कंदाणि वा तयाणि वा पत्ताणि वा पुष्पाणि वा फलाणि वा बीयाणि वा दै 5 हरियाणि वा आहारेइ, छायाए वा वीसमइ, तस्स णं आवाए भद्दए भवइ, ततो पच्छा ड र परिणममाणा परिणममाणा अकाले चेव जीवियाओ ववरोति। तं मा णं देवाणुप्पिया ! केइट 15 तेसिं नंदिफलाणं मूलाणि वा जाव छायाए वा वीसमउ। मा णं से ऽवि अकाले चेव जीवियाओ द
ववरोविज्जस्सइ। तुब्भे णं देवाणुप्पिया ! अन्नेसिं रुक्खाणं मूलाणि य जाव हरियाणि या
आहारेह, छायासु वीसमह, त्ति घोसणं घोसेह। 5 जाव पच्चप्पिणंति। र सूत्र ९. “देवानुप्रियो ! तुम हमारे सार्थ के पड़ाव में जाकर ऊँचे शब्दों में बार-बार यह घोषणा 5 करो
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JNĀTĀ DHARMA KATHÂNGA SÚTRA FAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAnnnnnny
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