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ज्ञाताधर्मकथांग सूत्र
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मेघकुमार का लालन-पालन ।
सूत्र ६६. तए णं से मेहकुमारे पंचधाईपरिग्गहिए। तं जहा-खीरधाईए, मंडणधाईए, मज्जणधाईए, कीलावणधाईए, अंकधाईए। अन्नाहि य बहूहिं खुज्जाहिं चिलाइयाहिं वामणि-वडभि-बब्बरि-वउसि-जोणियाहिं पल्हविय-ईसिणिय-धोरुगिणि-लासिय-लउसियदमिलि-सिंहलि-आरबि-पुलिंदि-पक्कणि-बहलि-मुरुंडि-सबरि-पारसीहिं णाणादेसीहिं विदेसपरिमंडियाहिं इंगित-चिंतिय-पत्थिय-वियाणियाहिं सदेसनेवत्थगहियवेसाहिं निउणकुसलाहिं विणीयाहिं चेडियाचक्कवाल-वरिसधर-कंचुइअ-महयरगवंद-परिक्खित्ते हत्थाओ हत्थं संहरिज्जमाणे, अंकाओ अंकं परिभुज्जमाणे, परिगिज्जमाणे, चालिज्जमाणे, उवलालिज्जमाणे, रम्मंसि मणिकोट्ठिमतलंसि परिमिज्जमाणे परिमिज्जमाणे णिव्वायणिव्वाघायंसि गिरिकन्दरमल्लीणे व चंपगपायवे सुहंसुहेणं वड्डइ। ___ सूत्र ६६. शिशु मेघकुमार का लालन-पालन पाँच धात्रियाँ करने लगीं-(१) क्षीर धात्रीदूध पिलाने वाली, (२) मंडन धात्री-वस्त्राभूषण पहनाने वाली, (३) मज्जन धात्री-स्नान कराने वाली, (४) क्रीड़ायन धात्री-खेल-खिलाने वाली, और (५) अंक धात्री-गोद में रखने वाली। इनके अलावा मेघकुमार अनेक दास-दासियों की भीड़ से घिरा रहता था। वे इस प्रकार हैं-कुबड़ी, बौनी, मोटे पेट वाली; किरात, बर्बर, बकुश, यौनक, सिंहल, अरब, पुलिंद, पक्कण, पारस, बहल, मुरुंड, शबर आदि अनेक देशों से आई दासियाँ; चेष्टा, इच्छा और मन को समझने वाली; विभिन्न वेशभूषाओं वाली; अति निपुण तथा विनम्र दासियां तथा अन्य सेवक। राजकुमार मेघ कभी एक का हाथ पकड़ता तो कभी दूसरी का। कभी एक की गोद में जाता तो कभी दूसरी की गोद में। कभी खेल-खिलाकर बहलाया जाता तो कभी गाकर। उसे सुन्दर रत्न-जड़ित आँगन में चलाया जाता था। वह ऐसे सुखपूर्वक विकसित होने लगा जैसे वायु और व्याघात विहीन चम्पा का वृक्ष किसी पहाड़ की गुफा में विकसित होता है। BRINGING UP OF MEGH KUMAR
66. Five nurse-maids were appointed to look after infant Megh Kumar. They were—1. Kshir Dhatri or milk-nurse-maid—the one who took charge of feeding; 2. Mandan Dhatri or dress-nurse-maid-the one who took charge of putting on dress and ornaments; 3. Majjan Dhatri or bath-nurse-maid-the one who took charge of giving a bath; 4. Kridayan Dhatri or play-nurse-maid—the one who took charge of playing with the baby; 5. Anka Dhatri or lap-nurse-maid--the one who took charge of keeping the baby in her lap.
हाल
CHANDA
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JNĀTĀ DHARMA KATHĂNGA SŪTRA
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