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प्रथम अध्ययन : उत्क्षिप्त ज्ञात
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RAMA
103. King Shrenik called his staff and said, “Beloved of gods! Collect three hundred thousand gold coins from the treasury. Purchase the ascetic's sweep and utensils by paying two hundred thousand coins and also bring a barber paying him the remaining one hundred thousand coins." The attendants carried out the order.
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PAPATIPRIT
दीक्षा की तैयारी
सूत्र १०४. तए णं से कासवए तेहिं कोडुबियपुरिसेहिं सद्दाविए समाणे हटे जाव ण्हाए कयबलिकम्मे कयकोउयमंगलपायच्छिते सुद्धप्पावेसाइं वत्थाई मंगलाई पवरपरिहिए अप्पमहग्घाभरणालंकियसरीरे जेणेव सेणिए राया तेणामेव उवागच्छइ। उवागच्छित्ता सेणियं रायं करयलमंजलिं कटु एवं वयासी-“संदिसह णं देवाणुप्पिया ! जं मए करणिज्ज।"
तए णं से सेणिए राया कासवयं एवं वयासी-“गच्छाहि णं तुम देवाणुप्पिया ! सुरभिणा गंधोदए णं णिक्के हत्थपाए पक्खालेह। सेयाए चउप्फालाए पोत्तीए मुहं बंधेत्ता मेहस्स कुमारस्स चउरंगुलवज्जे णिक्खमणपाउग्गे अग्गकेसे कप्पेहि।"
सूत्र १०४. सेवकों द्वारा बुलाया गया नाई इस बुलावे से प्रसन्न हुआ। वह स्नानादि कर्मों से निवृत्त होकर राज सभा में जाने योग्य वस्त्र आभूषण पहनकर राजा श्रेणिक के पास आया। यथाविधि हाथ जोड़कर बोला-"देवानुप्रिय ! आज्ञा दीजिये मुझे क्या करना है।" राजा श्रेणिक बोले-“देवानुप्रिय ! तुम जाओ और सुगंधित जल से हाथ-पैर अच्छी तरह धो आओ। फिर चार तह वाले कपड़े से मुँह बाँधकर मेघकुमार के बालों को दीक्षा योग्य चार अंगुल प्रमाण छोड़कर बाकी काट दो।" PREPARATIONS FOR INITIATION ____104. The barber felt honoured to receive the invitation from the king. After his bath and other daily chores he got ready wearing a dress suitable for the king's assembly and came to king Shrenik. After due greetings he joined his palms and asked, “Beloved of gods! Tell me what is expected of me?" King Shrenik replied, “Beloved of gods! Go and wash your hands and feet with perfumed water. After this, cover your mouth with a four layered piece of cloth and cut Megh Kumar's hair short to approximately four inch length, as needed for the initiation ceremony."
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DAHILY
-KARIETIER
CHAPTER-1 : UTKSHIPTA JNATA
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