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विशेषार्थ :
सूत्र १. आउसं-आयुष्मान-इसका सामान्य अर्थ है-दीर्घजीवी, किन्तु लाक्षणिक अर्थ हैविनय, शील, चारित्र आदि सद्गुणों से युक्त योग्य श्रोता या शिष्य ! (हरिभद्रसूरि टीका)
कासवेणं-काश्यपेन-भगवान महावीर का काश्यप गोत्र होने से उन्हें 'काश्यप' कहा जाता है। काश्यप का शब्दार्थ है इक्षु-रस पीने वाला। भगवान ऋषभदेव के लिए सर्वप्रथम काश्यप शब्द का प्रयोग हुआ जो उनके इक्ष्वाकु वंश का वाचक भी है, यथा-काश्यपगोत्री। ELABORATION:
(1) Aausam-The general meaning of this term is 'Long lived. one', but it is also used as a term of address for a humble, upright, disciplined, virtuous and able listener or disciple. (Commentary by Haribhadra Suri).
Kasavenam-As Bhagavan Mahavir belonged to the Kashyap clan he was called a Kashyap. This word means one who drinks cane-juice. The epithet was first used for Bhagavan Rishabh Dev, and it also indicates that he belonged to the Ikshvaku family.
२. कयरा खल सा छज्जीवणिया नामज्झयणं समणेणं भगवया महावीरेणं कासवेणं पवेइया सुयक्खाया सुपन्नत्ता। सेयं मे अहिज्जिउं अज्झयणं धम्मपन्नत्ती।
वह षड्जीवनिका नामक अध्ययन कौन-सा है जो श्रमण भगवान् महावीर द्वारा उपरोक्त प्रकार से प्ररूपित है तथा उसका पठन अध्ययन मेरे लिए श्रेयस्कर-लाभकारी है॥२॥
2. Which is this chapter entitled Six Life Forms that was presented by Shraman Bhagavan Mahavir and the study of which is beneficial for my soul. षड्जीवनिकाय स्वरूप
३. इमा खलु सा छज्जीवणिया नामज्झयणं समणेणं भगवया महावीरेणं कासवेणं पवेइया सुयक्खाया सुपन्नत्ता। सेयं मे अहिज्जिउं अज्झयणं धम्मपन्नत्ती।
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श्री दशवैकालिक सूत्र : Shri Dashavaikalik Sutra
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