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ANSARDARRUPARODROPRODCUPCODACODROPATOPAROSAROSARORATOPATOPATOPARORATOPARGAOCOAROSAROPADESH
CENSURE OF GOING ON A MARSHY PATH
28. A bhikshu or bhikshuni while going to seek alms should find if there is a ditch, pillar or stump, thorns, depression, pitted patch of land, uneven land, muddy or marshy area on the way. (In such condition) He should avoid that path, even if it is straight and take to another path if any.
बन्द द्वार वाले गृह में प्रवेश-निषेध
२९. से भिक्खू वा २ गाहावइकुलस्स दुवारबाहं कंटगबोंदियाए पडिपिहितं पेहाए । तेसिं पुव्वामेव उग्गहं अणणुण्णविय अपडिलेहिय अप्पमज्जिय णो अवंगुणेज्ज वा पविसेज्ज वा णिक्खमेज्ज वा। तेसिं पुव्वामेव उग्गहं अणुण्णविय पडिलेहिय पमज्जिय तओ संजयामेव अवंगुणेज्ज वा पविसेज्ज वा णिक्खमेज्ज वा।
२९. साधु या साध्वी गृहस्थ के घर में भिक्षा के लिए जाते समय द्वार को काँटों की शाखा. से ढंका हुआ देखकर गृहस्वामी से पहले अवग्रह (आज्ञा) माँगे बिना, उसे अच्छी तरह देखे बिना और रजोहरणादि से प्रमार्जित किए बिना न खोले, न प्रवेश करे और न । उसमें से (होकर) निकले; किन्तु जिनका घर है, उनसे पहले अवग्रह (अनुमति) माँगकर .. अपनी आँखों से देखकर और रजोहरणादि से प्रमार्जित करके उसे खोले, उसमें प्रवेश करे और उसमें से निकले।
CENSURE OF ENTERING CLOSED DOORS
29. A bhikshu or bhikshuni while entering the house of a layman in order to seek alms should find if the gate is covered with a thorny branch of tree. If so, he should neither open, enter .. or pass through that door without first seeking permission from the owner of the house and properly inspecting and cleaning it with his ascetic-broom. He should open, enter or pass through that door only after seeking permission from the owner of the house and properly inspecting and cleaning it with his asceticbroom. _ विवेचन-सूत्र २६ से २९ तक में भिक्षा के लिए जाते समय में मार्ग में जो विघ्न/बाधाएँ आती हैं उनका संकेत है-(१) ऊँचा भू-भाग, खेती की भूमि, खाई, कोट, बाहर के द्वार, आगल, अर्गलापाशक आदि रास्ते में पड़ते हों, (२) मतवाला सांड, भैंसा, दुष्ट मनुष्य, बिगड़ेल घोड़ा,
आचारांग सूत्र (भाग २)
Acharanga Sutra (Part 2)
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