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विषय और प्रश्नादि
पनाक विपय और प्रचनादि
पत्राक फर्म प्रकृति बेदै , एष एकत्व पृथक्क से थाठों
कर्मो के थाहाये समाप्ति पर्यन्त ७१७ कर्म घेदे यावद्वैमानिक ७१२ (२७ वा पद कहा पूर्ण) (२५ था पद पूर्ण कहा)
सच्चिनाहारठी यह द्वार मापा २, २६ कहते हैं।
नारकी सचिप्ताहार के शुचिताहार मियाहार थाठ फर्म कदे नारकी छो याषद्वैमानिफ को, एष सुरकुमार याद्वैमानिक, नारफी थाहार
जीव ज्ञानापरणी फर्म वेदता फितनी फर्म प्र फाया है, फित्तने काउसे थाहार की इच्छा He कृति बाधे, इत्यादि निर्णय ७१३
छोय इत्यादि ७१९ (२६ वा पद कहा पूर्ण)
नारफी क्या थाहार फर इत्यादि निरुपणाधिकार ७२०
असुरकुमार थाहार फा अधी है, एव जैसे नार श्राठ फर्म प्रकृति फही, नारकी को यायद्वैमानिक को जीय ज्ञानावरणीकुर्म वेदता फिस्नी को सिधाका माहौर को अधी, निरसर या प्रकृति वेद एवा सर्व एकत्व-पपत्त से कहता हारच्छा होती है, यो माहारे है जैसे मारकी
कल