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श्री वल्लभ सूरि जैनसाहित्य माला-पुष्प ३
बंगाल का आदि धर्म
मूल बंगला लेखक :
श्री प्रबोधचन्द्र सेन एम. ए.
अनुवादक:पंडित श्री हीरालाल जी दूगड़ जैन,
व्याख्यान-दिवाकर, विद्याभूषण न्यायतीर्थ, न्यायमनीषी,
स्नातक
प्रस्तावना लेखक :प्रो० पृथ्वीराज जन एम. ए.
Shri Vallabha Suri Smaraka Nidhi,
89 Tambakanta, Bombay 3.