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________________ आधारभूत ग्रन्थ जैन आगम आचारांग (आयारंग) -नियुक्ति, भद्रबाहु - चूर्णी, जिनदासगणि, रतलाम, १६४१ -टीका, शीलांक, सूरत, १६३५ - अंग्रेजी अनुवाद, हर्मन जैकोबी, सेक्रेड बुक्स ऑव द ईस्ट, २२, १८८४ अनुत्तरोपपातिकदशा (अणुत्तरोववाइयदसाओ) - संपादन, पी० एल० वैद्य, पूना, १९३२ - टीका, अभयदेव; एम० सी० मोदी, अहमदाबाद, १६३२ अनुयोगद्वार ( अणुयोगदार ), आयरक्षित - चूर्णी, जिनदासगणि, रतलाम, १६२८ -टीका, हरिभद्र, रतलाम, १६२८ - टीका, मलधारी हेमचन्द्र, भावनगर, १६३१ अन्तःकृद्दशा ( अन्तगडदसाओ) - संपादन पी० एल० वैद्य, पूना, १६३२ -टीका, अभयदेव; एम० सी० मोदी, अहमदाबाद, १६३२ - अंग्रेजी अनुवाद, एल० डी० बारनेट, लंदन, १९०७ आवश्यक ( आवस्सय) -नियुक्ति, भद्रबाहु - भाष्य - चूर्णी, जिनदासगणि, रतलाम, १६२८ -टीका, हरिभद्र, आगमोदयसमिति, बम्बई, १९१६ -टीका, मलयगिरि, आगमोदयसमिति, बम्बई, १६२८ -नियुक्तिदीपिका, माणिक्यशेखर, सूरत, १६३६ - उत्तराध्ययन ( उत्तरज्झयण) . . - -नियुक्ति, भद्रबाहु - चूर्णी, जिनदासगणि, रतलाम, १६३३ - टीका, शान्तिसृरि, बम्बई, १६१६ ..
SR No.007281
Book TitleJain Agam Sahitya Me Bharatiya Samaj
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJagdishchadnra Jain
PublisherChaukhambha Vidyabhavan
Publication Year1965
Total Pages642
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size40 MB
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