________________
UGGGGGGGGGGGGGG सरलता की बुद्धि एवं स्त्री, सहज माया घटाने - नष्ट करने का बोध ज्ञानी भगवंत समझाते हैं।
जिन शासन का सार नवकार मंत्र है । नवकार मंत्र का सार सामायिक है। नवकार के पांचों परमेष्ठि को सामायिक' होती है। सामायिक करने से 1 आयंबिल का फल मिलता है।
नमस्कार महामंत्र
प्रबुद्ध जीवन सामायिक में से .... 1. मंत्र संसार सारं - जीव का उद्भव स्थान निगोद, वहां से व्यवहार राशि
में जितने भव किए ऐसे संसार का सारभूत नवकार है। 2. त्रिजगत् अनुपम मंत्रं __- तीनों जगत में जिसकी कोई उपमा नहीं। 3. सर्वपाप अरि मंत्र - सर्व पापी शत्रुओं का विजेता। 4. संसार उच्छेद मंत्र - संसार का उच्छेद करने वाला। 5. विष : विषहर - मिथ्यात्व मोह रूपी विष को हरने वाला 6. कर्म निर्मूल्यं मंत्रं - कर्म को निर्मूल करने वाला मंत्र 7. मंत्र सिद्ध प्रदानं - अनेक सिद्धियों को देने वाला 8. शिव सुख जननं - शिव सुख का जनक 9. केवलज्ञान मंत्रं - केवलज्ञान को प्रदान करने वाला 10. मंत्रं श्री जैन जप जप जनितं - जीव इस मंत्र का तू सतत जाप करता रहे। 11. जन्म निर्वाण मंत्र - जन्म करण का अंत करने वाला मंत्र
11 विशेषणों से विभूषित यह नवकार मंत्र अद्भुत मंगलकारी है।
केवलज्ञान प्राप्ति : तीर्थंकर भगवंतों सिद्धपद की ओर प्रयाण करते हैं । जगत के जीवों को मोक्ष प्राप्ति का उपदेश प्रदान करते हैं । समवसरण देव निर्मित होता है, गणधरों की स्थापना होती है, धर्म तीर्थ की स्थापना होती है, त्रिपदी :- उपन्नेई वा, विगमेईवा, धुवेई वा, के सुश्रुतदान अनेक अकल्प्य क्षपोपशम से आगमों की रचना होती है। 9@GOOGOGOGOGOGOGOGOGOGOGO90 210 GOGOGOG@GOGOGOGOGOG@GOOGO