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जैनम् जयति शासनम्
विभाग - १
A 'श्रद्धांध' के अंतर का नाद, 3 स्तुतियाँ
A पांच जिनराज की स्तुति
4 अरिहंत वंदनावली
A जैन धर्म की संक्षिप्त पाट परम्परा
A भारतीय जगत के विविध मुख्य दर्शन
शासन सेवा
4 शासन प्रभावना
4 ' इसे ध्यान से विचारें'
प.पू. आचार्य श्री रामचन्द्रसूरीश्वरजी म.सा.
A आत्मा किस प्रकार तीर्थंकर आत्मा बनती है ?
A सुवाक्य एवं आत्मज्ञान ।
A आध्यात्मिक मंथन - सुवाक्यों
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