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________________ ४५६] : प्राग्वाट-इतिहास: । तृतीय श्री संभवनाथ-जिनालय में (झवेरीवाड़ा) प्र० वि० संवत् प्र० प्रतिमा प्र० प्राचार्य प्रा० ज्ञा० प्रतिमा-प्रतिष्ठापक श्रेष्ठि सं० १४६६ माघ पार्श्वनाथ श्रीसूरि प्रा. ज्ञा० म० कडूण की स्त्री ललतीदेवी के पुत्र केन्हा, शु०१३ शनि. पान्हा ने. सं० १४७१ माघ शांतिनाथ कवड़गच्छीय- प्रा०ज्ञा० मं० हदा ने भा० वाहणदेवी पुत्र रत्ना भा-रत्नाशु०६ शनि० भावशेखरसरि देवी पुत्र सूरा के सहित सर्वश्रेयोर्थ. सं० १५०१ आषाढ़ आदिनाथ तपा० मुनि- प्रा० ज्ञा० श्रे० ऊगम की स्त्री गरीदेवी के पुत्र धर्मराज ने शु०२ सुन्दरसूरि स्वभा० लीबी के सहित स्वभ्रात देवचन्द्र के श्रेयोथे. सं० १५०८ वै० नमिनाथ तपा० रत्नशेखर- अहमदाबाद में प्रा० ज्ञा० श्रे० भीम की स्त्री बाबूदेवी के सूरि पुत्र मं० गोविंद की स्त्री झबकू नामा ने श्रे० चांपा भा० रूपी की पुत्री के श्रेयोर्थ. सं० १५०८ का. वासुपूज्य साधुपूर्णिमा- प्रा. ज्ञा महं० जीजा के पुत्र पाता की स्त्री हीरादेवी की कु. ५ पक्षीय पुण्यचंद्रसरि · पुत्री अंकीदेवी ने अपने पति चांइया के श्रेयोर्थ. सं० १५१० कुन्थुनाथ तपा० रत्नशेखर- प्रा. ज्ञा० श्रे पर्वत की स्त्री मनीदेवी के पुत्र साजण ने सूरि स्वभा श्रमकू, पुत्र नरपाल, मामा धारादि के सहित. सं० १५१३ फा० सुमतिनाथ तपा० प्रा० ज्ञा० श्रे० पाना की स्त्री नागिनीदेवी के पुत्र श्रे० कृ०११ महिराज, पहिराज ने स्वभा० पद्मादेवी, आसूदेवी पुत्र पूनसिंह के सहित स्वमाता-पिता के श्रेयोर्थ. सं० १५१६ माघ संभवनाथ तपा० लक्ष्मी- प्रा० ज्ञा० श्रे० मून्जराज की स्त्री मांजूदेवी के पुत्र चांपा शु० १३ सागरसूरि ने भ्रातृ गोपा, देवा भा० रामतिदेवी, वजू देवी, नीतूदेवी के सहित सर्वश्रेयोर्थ. सं० , आदिनाथ प्रा० ज्ञा० श्रे० केन्हा की स्त्री करेणु के पुत्र खात्रड़ भार्या पंचतीर्थी अHदेवी के पुत्र सोमचन्द्र ने स्वभा० मेघादेवी, पुत्र जइता, खेतादि के सहित. सं० १५२४ मापा० श्रेयांसनाथ- सा. पूर्णिमा- प्रा. ज्ञा० श्रे० गोदा की स्त्री रामतिनामा ने भला, रहिया शु० १० गुरु० चोवीशी पुण्यचन्द्र के सहित. सं० १५३० माघ शांतिनाथ पिष्पल० धर्म- प्रा. ज्ञा० मं० गांगा भा० लहकू के पुत्र मं० वीसा ने 5. ७ बुध० सागरसूरि स्वभा० धरव्वति के सहित माता-पिता, भ्रा० रंगा, भद्रा, महिपा के एवं अपने श्रेयोथे. जै० धा० प्र० ले० सं० भा०१ ले० ७६४, ८२३ । प्रा० ले० सं० भा०१ ले० ११०। जै० धा० प्र० ले० सं० भा०१ले०८१७, ८०६, ८४०,८३५,८१३,८१४,८१५,८४३८०४ ।
SR No.007259
Book TitlePragvat Itihas Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDaulatsinh Lodha
PublisherPragvat Itihas Prakashak Samiti
Publication Year1953
Total Pages722
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size29 MB
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