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________________ स: विभिन्न प्रान्तों में प्राज्ञा० सद्गृहस्थों द्वारा प्रतिक्षित प्रतिमायें-गूर्जर-काठियावाद और सौराष्ट्र-पूना : [-] प्र. वि० संवत् प्र० प्रतिमा प्र० प्राचार्य प्रा० झा प्रतिमा-प्रतिष्ठापक श्रेष्ठ सं० १४५७ आपा. पार्श्वनाथ पू०प० धर्मतिलक- प्रा. ज्ञा० ऋ० छाहड़ की स्त्री मोखलदेवी के पुत्र त्रिवणा शु० ५ गुरु० सूरि ने पिता के श्रेयोर्थ... सं० १५२१ माघ सुविधिनाथ तपा० लक्ष्मीसागर- प्रा० ज्ञा० श्रे०. रामसिंह की स्त्री कर्मादेवी के पुत्र भादा ने कृ०५ शुक्र० सरि भा० लक्ष्मीदेवी, भ्रात पाना, देक्स प्रमुख कुटुम्बसहित, कतार के श्रे० लाडूआ के छोटे जिनालय में सं० १४३८ वै० महावीर देवेन्द्रसरि प्रा० ज्ञा० श्राविका मयणलदेवी के पुत्र कर्मसिंह ने स्वमा० ___ लक्ष्मीदेवी और पिता-माता के श्रेयोर्थ. पाटणी के श्री जिनालय में सं० १४४० पौ० शांतिनाथ पिप्पलाचार्य प्रा० ज्ञा० पिता सिंह माता रूपादेवी के श्रेयो) पुत्र तेजमल शु० १२ बुध० उदयानन्दसूरि ने. सं० १४६४ श्रेयांसनाथ तपा० सोमसुन्दर- प्रा. ज्ञा० श्रे० रत्ना की स्त्री माऊदेवी के पुत्र ताल्हा की सूरि स्त्री सारूदेवी के पुत्र वेलराज ने भा० वानदेवी प्रमुख कुटुम्ब सहित स्वश्रेयोर्थ. पूना के श्री आदिनाथ-जिनालय में सं० १४४६ वै० अजितनाथ उढब(एस)गच्छीय प्रा० ज्ञा० श्रे० सावठ की स्त्री पान्हादेवी के श्रेयोर्थ पुत्र कु. ३ सोम० कमलचन्द्रसूरि जगड़ ने. सं० १५१५ माघ अनंतनाथ तपा० रत्ननशेखर- गंधारवासी प्रा. ज्ञा० सं० वयरसिंह भा० जईतूदेवी पुत्र शु०७ सूरि सं० नरगा ने स्वभा० भरमादेवी, पुत्र वर्द्धमान, नान सं० शिवराज भा० कर्मादेवी पुत्र वसुपालादि कुटुम्ब-सहित माता के श्रेयोर्थ. सं० १५२१ वै० सुमतिनाथ तपा० लक्ष्मीसागर- धीजग्राम में प्रा० ज्ञा० श्रे० पूनमचन्द्र की स्त्री लाली शु० १० रवि० सूरि ने पुत्र काजा-जिनदासादि-कुटुम्ब-सहित. ___ श्री पोरवालों के जिनालय में सं० १५२० ज्ये० कुथुनाथ श्रीसूरि प्रा० ज्ञा० श्रे० रत्नचन्द्र की स्त्री प्रभकुनामा ने स्वश्रेयोर्थ. शु० ४ गुरु. सं० १५३७ वै० सुमतिनाथ तपा० लक्ष्मी- इलदुर्गवासी प्रा० ज्ञा० श्रे० भोजराज की स्त्री भमादेवी शु० १० सोम. सागरसूरि के पुत्र रत्नचन्द्र ने भा० पहुतीदेवी, पुत्र लाषा, वेणा आदि कुटुम्बसहित स्वश्रेयोर्थ. प्रा०ले० सं० भा०१ ले०६६, ३५६,८३,१६१,८८,३०१,३५८, ३५२, ४७४ । 'पाटड़ी-बी० बी० एण्ड० सी० आई० वीरमग्राम-वासघोडबास लाईन में जुड स्टेसे तीसस स्टेशन है।
SR No.007259
Book TitlePragvat Itihas Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDaulatsinh Lodha
PublisherPragvat Itihas Prakashak Samiti
Publication Year1953
Total Pages722
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size29 MB
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